कैराना के मलकपुर गांव में शनिवार रात को माता का जागरण था। युवा और किशोरों की टोलियां इसमें लगी थी। सब हंसी खुशी से निपटा। पूरे उत्साह के साथ हंसते गाते युवक और किशोरों की टोली यमुना में गई। यमुना नदी में हुए हादसे ने पूरे मलकपुर का माहौल गमगीन कर दिया। गांव में चीखपुकार मच गई। आगे जानें आखिर कैसे हंसते खेलते 6 परिवारों की सारी खुशियां पल भर में मातम में बदल गईं: –
ग्रामीणों ने बताया कि रात को हुए जागरण में गांव के युवकों और किशोरों की टोलियां पूरे उत्साह से जुटी हुई थी। बड़े बुजुर्गों के साथ उन्होंने ही ये जागरण का बीड़ा उठाया था। सुबह के वक्त सभी ट्रैक्टर ट्रॉलियों में हवन की राख यमुना में प्रवाहित करने मोहम्मदपुर राई गांव में गए थे, लेकिन युवकों ने जैसे ही यमुना में प्रवेश किया वे फिसलते चले गए और नदी के तेज बहाव के साथ बह गए। इस दौरान लोगों ने एक युवक को सकुशल बचा लिया लेकिन बाकी को नहीं बचा सके।
तीनों के शव गांव में पहुंचे तो महिलाएं, बच्चे सब पीड़ित परिजनों को सांत्वना देने पहुंच रहे थे। हर किसी की आंखें नम थी। एक दिन पहले हंसी खुशी का माहौल गम में बदल गया। शाम को गांव में चूल्हे नहीं जले। पुलिस ने बताया कि परिजनों के अनुरोध पर किसी का भी पोस्टमार्टम नहीं कराया है।
अजय ने मौत को नजदीक से देखा
यमुना में डूबा 14 साल का अजय सकुशल बाहर निकाल लिया गया। इसके बाद वह काफी डरा सहमा सा था। ग्रामीणों ने बताया कि अजय इस हादसे से काफी घबरा गया था। वो काफी देर वहीं बैठा रहा। उसने बताया कि एक बार तो उसे लगा कि वो पानी में बह जाएगा लेकिन उसे बचा लिया, लेकिन उसे अपने साथियों के डूबने का काफी मलाल था। इससे वो काफी दुखी था।
कैराना। मोहम्मदपुर राई में हुई घटना के बाद एक बार फिर से अवैध खनन को इसकी वजह माना जा रहा है। दरअसल, यमुना नदी में रेत खनन माफिया जेसीबी और पॉकलेन द्वारा रेत खनन किया जाता है, जिससे यमुना में गहरे गड्ढे बन जाते है यमुना में पानी आने के बाद ये पानी के नीचे रह जाते हैं और स्नान के दौरान लोगों का पैर इनमें फंसने से ये डूब जाते हैं।
इससे पूर्व कैराना पुल के नीचे भी दो महीने में कई लोग यमुना में बने मौत के कुंड में समाकर अपनी जान गंवा चुके हैं। दरअसल रेत खनन के पट़्टे तो दिए जाते हैं, लेकिन खनन के नियमों का सही ढंग से पालन ना होने की वजह से ही ये हो रहा है। कैराना की तरह झिंझाना क्षेत्र में भी खनन से लोगों की जान जा चुकी हैं।
प्रदेश के गन्ना- विकास, चीनी उद्योग के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने जिले के डीएम व एसपी को निर्देश दिए हैं कि वह जल्द से जल्द एनडीआरएफ की टीम बुलवाकर घटनास्थल पर पहुंचकर डूबे युवकों को ढूंढने का काम तेजी के साथ करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री राहत कोष से पीड़ितों के परिजनों को 2-2 लाख की आर्थिक मदद की जा रही है। कैराना एसडीएम डॉक्टर अमित पाल शर्मा ने बताया कि मलकपुर के युवकों की यमुना में मौत पर मुख्यमंत्री योगी ने गहरा दुख व्यक्त किया हैं। वहीं, सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधीर पंवार ने तीन युवकों के मौत पर संवेदना प्रकट की। इस दुख की घड़ी में वह मृतकों के परिवार के साथ हैं। सरकार मृतक परिवारों की आगे आकर मदद करे।
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