क्या आपके पेट में पानी-पानी हो रहा है? बार-बार टॉयलेट जाना पड़ता है और कभी-कभी सिरदर्द भी होता है? दरअसल, मौसम के बदलाव के साथ-साथ दिल्ली में पेट का संक्रमण यानी की स्टमक फ्लू का खतरा बढ़ रहा है। यह एक तरह का आंतों का संक्रमण है, जिसमें लूज मोशन, पेट में ऐंठन, मतली या वॉमिटिंग और कभी-कभी बुखार के लक्षण होते हैं।
इसे वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस के रूप में भी जाना जाता है। यह आमतौर पर अलग-अलग वायरस, जैसे- नोरोवायरस, रोटावायरस और एंटरोवायरस के कारण होता है। ये वायरस ज्यादा संक्रामक होते हैं और कंटामिनटेड फूड या पानी, किसी संक्रमित के पास जाने से या साफ-सफाई न होने से आसानी से फैल सकते हैं।
अगर आप हेल्दी हैं, तो आप बिना किसी समस्या के ठीक हो जाएंगे, लेकिन शिशुओं, बड़े-बुजुर्ग और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों के लिए वायरल घातक हो सकता है। डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों में जोखिम अधिक होता है।
पेट फ्लू के लक्षण
- पानी जैसा लूज मोशन होनामतली या उल्टी
- पेट में ऐंठन और दर्द
- कभी-कभी मांसपेशियों में दर्द या सिरदर्द
- बुखार
- वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस के लक्षण आपके संक्रमित होने के 1-3 दिनों के अंदर दिख सकते हैं और हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। ये लक्षण आमतौर पर एक या दो दिन तक रहते हैं, लेकिन कभी-कभी ये 14 दिनों तक भी रह सकते हैं।
पेट फ्लू के कारण
पेट फ्लू का आम कारण दूषित भोजन या पानी खाना या पीना है। ऐसे अलग-अलग वायरस है, जो पेट फ्लू का कारण बन सकते हैं, उनमें से कुछ हैं-
नोरोवायरस
यह दुनिया भर में दूषित खाना खाने से ये बीमारी का सबसे आम कारण है। नोरोवायरस संक्रमण परिवारों और समुदायों में फैल सकता है।
रोटावायरस
यह बच्चों में वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस का सबसे आम कारण है, जो आमतौर पर तब संक्रमित होते हैं जब वे अपनी उंगलियों या वायरस से दूषित अन्य वस्तुओं को अपने मुंह में डालते हैं। छोटे बच्चों में संक्रमण सबसे गंभीर होता है। रोटावायरस से संक्रमित एडल्ट्स में लक्षण नहीं दिखते हैं, लेकिन फिर भी बीमारी फैल सकती है।
कैसे करें रोकथाम
हाथों को पानी से अच्छे तरह वॉश करें।
दूषित भोजन और पानी से बचें।
खाने से पहले फलों और सब्जियों को अच्छे से वॉश करें।
सीफूड को खाने से पहले अच्छी तरह पकाएं।
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