सीकर. राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर क्षेत्र के गांव भावजी की ढाणी के दो हिन्दू भाईयों ने मुस्लिम बहन का भात भर कर साम्प्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश की। सोमवार को भावजी की ढाणी से दर्जनों लोगों के साथ भाईयों ने सीकर शादी में पहुंचकर बहन के मायरा भर शादी के कामकाज में हाथ बंटाया। हिंदू भाईयों को भात भरता देख सभी ने इस रिश्ते की दाद दी। जानकारी के अनुसार भावजी की ढाणी निवासी भगवानाराम के बेटी नहीं होने पर उन्होंने 18 वर्ष पहले अपने दोस्त के बेटे की बहु को बेटी बना लिया था। इसके बाद भगवानाराम का तो निधन हो गया, लेकिन उनके बेटे मूलचन्द्र डोटासरा व महेन्द्र डोटासरा इस रिश्ते को आगे तक ले जा रहे हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने बहन आबिदा के मायरा भरकर मिसाल कायम की। बतादें कि सबलपुरा गांव की रहने वाली आबिदा का ससुराल भावजी की ढाणी ही है, लेकिन आजकल वह सीकर में बस गए। आबिदा के बेटे की शादी है। सोमवार को भाईयों ने आबिदा के घर जाकर भात भरा। इस दौरान भाईयों ने मायरा में 51 हजार रूपये व अन्य सामान देकर अपना फर्ज अदा किया।आबिदा के सगे भाई विदेश में रहेआबिदा के सगे चार भाई है। चार भाईयों में से दो भाई विदेश में है। शादी के समय छुट्टी नहीं मिलने के चलते दोनों भाई नहीं पहुंच पाएं। ऐसे में दो हिन्दू भाईयों ने जाकर अपना फर्ज अदा किया। महेन्द्र डोटासरा व मूलचन्द्र डोटासरा ने बताया कि उन्हें यह लगता ही नहीं है कि उन्होंने मुस्लिम परिवार के भात भरा है। यहीं बात बहन आबिदा कहती है कि कभी भी रिश्तों में मजहब बीच में नहीं आया।
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