
यूनिक समय, नई दिल्ली। आज बुधवार को भारत सरकार ने बताया कि फरवरी में खुदरा महंगाई दर 3.61 प्रतिशत पर आ गई, जो पिछले सात महीने का सबसे निचला स्तर है। सब्जियों और प्रोटीन युक्त खाद्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट के कारण महंगाई दर में यह कमी आई है। इससे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के लिए अगले महीने ब्याज दरों में दूसरी बार कटौती करने की संभावना बन गई है।
फरवरी में खाद्य मुद्रास्फीति घटकर 3.75 प्रतिशत रह गई, जो जनवरी में 5.97 प्रतिशत थी। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित खुदरा महंगाई दर जनवरी में 4.26 प्रतिशत और फरवरी 2024 में 5.09 प्रतिशत थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, फरवरी 2025 के लिए साल दर साल मुद्रास्फीति दर 3.75 प्रतिशत रही।
NSO के अनुसार, फरवरी 2025 में खाद्य मुद्रास्फीति में जनवरी 2025 की तुलना में 222 आधार अंकों की तीव्र गिरावट देखी गई, जो मई 2023 के बाद सबसे कम है। खुदरा महंगाई और खाद्य महंगाई में यह गिरावट मुख्य रूप से सब्जियों, अंडे, मांस, मछली, दालों और उत्पादों, तथा दूध और दूध उत्पादों की कीमतों में गिरावट के कारण आई है।
रिजर्व बैंक, जिसे खुदरा महंगाई दर को 4 प्रतिशत (दो प्रतिशत ऊपर या नीचे) के दायरे में बनाए रखने का दायित्व सौंपा गया है, ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए पिछले महीने रेपो दर में 25 आधार अंकों की कटौती की थी। केंद्रीय बैंक 9 अप्रैल को अपनी अगली द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करेगा।
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