समय का हमारे जीवन में बहुत महत्व होता है. इंसान के लिए बहुत महत्वपूर्ण है कि वह समय के हिसाब से चले. अपना काम करे और उसका ख्याल रखे. इसके कारण वह अपनी जिंदगी में सफल हो सकता है. ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति समय के साथ नहीं चलता, समय उसको पीछे छोड़ देता है. जो समय का साथ देता है, समय उसको भी अपने साथ लेकर आगे बढ़ता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में घड़ी लगाने की दिशा निर्धारित की गई है. चलिए आज हम भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से जानते हैं कि घड़ी को घर या दफ्तर में किस दिशा में लगाने से अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकते हैं.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घड़ी को हम अपने घर की उत्तर पूर्व दिशा में दीवार पर लगा सकते हैं. इस दिशा में घड़ी लगाना शुभ माना जाता है. पूर्व और उत्तर दिशा को सकारात्मक ऊर्जा का भंडार माना जाता है. इस दिशा में घड़ी लगाने से घर के सदस्यों को शुभ फल प्राप्त होता है. साथ ही जीवन में उन्नति और प्रगति के रास्ते खुलते हैं. घर में सकारात्मक माहौल बना रहता है. इसके अलावा वास्तु शास्त्र बताता है कि घर या ऑफिस की दक्षिण दिशा की दीवार पर घड़ी नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि इस दिशा में घड़ी लगाने से कार्यालय में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ने लगती है. दक्षिण दिशा को हिंदू धर्म शास्त्रों में यम की दिशा भी कहा गया है.
वास्तु शास्त्र के अनुसार, किसी व्यक्ति को अपने घर में दरवाजे के ऊपर घड़ी नहीं लगाना चाहिए. माना जाता है कि घड़ी के नीचे से गुजरने वाले व्यक्ति पर नकारात्मक ऊर्जा का असर सबसे ज्यादा होता है, इसलिए घर के दरवाजों के ऊपर घड़ी लगाना शुभ नहीं होता.
हममें से बहुत से लोग अपने घर में बंद घड़ियां रख लेते हैं ताकि उन्हें बाद में सुधारकर इस्तेमाल किया जा सके. वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में घड़ी बंद अवस्था में रखना अशुभ माना गया है. खराब या रुकी हुई घड़ी की सुइयां नकारात्मक ऊर्जा का संकेत होती हैं. वास्तु शास्त्र मानता है कि घर में बंद घड़ियों को रखने से घर में दरिद्रता आती है. साथ ही इंसान के जीवन में ठहराव की स्थिति बन जाती है.
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