दो साल पहले Facebook ने यूजर्स की प्राइवेसी को लेकर एक बड़ा ऐलान किया था. कंपनी ने कहा था कि यूजर्स को ब्राउजिंग हिस्ट्री डिलीट करने का बटन दिया जाएगा. अब भी आप ऐसा कर सकते हैं, लेकिन इसके आपको एक प्रोसेस फॉलो करना होता है.
अब दो साल के बाद कंपनी ये फीचर जारी कर रही है. अब फेसबुक यूजर्स को Off-Facebook Activity का ऑप्शन दिया जा रहा है. हालांकि कुछ देशों के कुछ यूजर्स को ये फीचर पहले ही दिया चा चुका है.
अगर आप फेसबुक यूज करते हैं तो ये फीचर आपके लिए फायेमंद साबित होगा. क्योंकि इसे यूज करके आप टार्गेटेड विज्ञापनों से कुछ हद तक निजात पा सकते हैं. फेसबुक के इस फीचर को यूज करना काफी आसान है.
फेसबुक के मोबाइल ऐप में जा कर सेटिंग्स में जाएं. यहां आपको लिस्ट मिलेगी. इस लिस्ट में अकाउंट सेटिंग्स, सिक्योरिटी, प्राइवेसी और योर फेसबुक इनफॉर्मेशन की कैटिगरी है.
Your Facebook Information के अंदर आपको Off-Facebook activity का ऑप्शन दिखेगा. इसे टैप करना है.
इसे टैप करने पर आपको कई ऑप्शन्स मिलेंगे. सबसे ऊपर उन ऐप्स के आइकॉन दिखेंगे जो आपकी ऐक्टिविटी को फेसबुक के साथ शेयर करते हैं. ये आमतोर पर बिजनेस और कंपनियां होती हैं जो आपका डेटा शेयर करती हैं.
यहां जितने भी आईकॉन दिखेंगे आप समझ लें कि इन्होंने आपका डेटा फेसबुक के साथ शेयर किया है. जब भी आप उन वेबसाइट पर विजिट करते हैं ये आपकी ऐक्टिविटी बिजनेस टूल के जरिए फेसबुक के साथ शेयर करती हैं. उदाहरण के तौर पर अगर आप किसी ऑनलाइन स्टोर से कपड़े खरीदते हैं तो वो ऑनलाइन रिटेलर आपकी ऐक्टिविटी को बिजनेस टूल के जरिए फेसबुक के साथ शेयर करता है.
ये दरअसल ऑफ फेसबुक ऐक्टिविटी होती है, क्योंकि आप इसे फेसबुक पर नहीं करते हैं.
ऑनलाइन रिटेलर जहां से आपने कपड़े खरीदे हैं वो आपकी ऐक्टिविटी डेटा फेसबुक के साथ शेयर करता है और फेसबुक उस डेटा को आपके अकाउंट के साथ बैंकएंड में लिंक कर देता है.
अब अगली बार से ई-रिटेलर पर जब कोई ऑफर आएगा तो आपको टार्गेटेड विज्ञापन मिलने शुरू हो जाएंगे. इस तरह की हिस्ट्री को डिलीट करने का अब आपके पास आसान तरीका है.
Off-Facebook activity में आपको Clear History का ऑप्शन मिलता है. इसे क्लियर करने से पहले जितना डेटा फेसबुक के साथ शेयर हुआ है वो क्लियर हो जाएगा. लेकिन फिर भी आगे से फेसबुक को दूसरी कंपनियां डेटा देती रहेंगी.
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