भारतीय सेना और पुलिसकर्मियों मे तीन साधुओं को भीड़ के द्वारा मारे जाने से बचाया है। शुक्रवार को अधिकारियों ने बताया कि उन्हें बच्चा चोरी के शक में भीड़ ने असम के दीमा हसाओ जिले के माहुर रेलवे स्टेशन पर घेरा हुआ था। जिला अधिकारियों ने बताया कि वहां पर तैनात सेना और पुलिस अधिकारियों ने तीन लोगों को गुरुवार को बचाया। हजारों की संख्या में लोग उनपर बच्चा चोरी के शक में हमला करने के लिए तैयार थे।
अधिकारी ने कहा कि साधुओं के सामान को भीड़ ने उठाकर फेंक दिया। उनकी वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा की गई। जिसकी वजह से अफवाहों को बल मिला। घटना के बाद जिला प्रशासन ने उप-अधीक्षक अमिताभ राजखोवा और पुलिस अधीक्षक प्रसंता सैकिया के नेतृत्व में एक आपातकालीन बैठक की गई। विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों ने बैठक में हिस्सा लिया। उन्होंने लोगों से अपील की खासतौर से दीमा हसाओ के लोगों से कि वह जिम्मेदाराना व्यवहार करें और सोशल मीडिया पर फैलाई जा रहीं अफवाहों से बचकर रहें।
प्रतिनिधियों ने लोगों से कानून को अपने हाथ में ना लेने की बात कही। इसके बजाए यदि आपको किसी शख्स की गतिविधि संदिग्ध लगती है तो संबंधित अधिकारी को इसकी सूचना दें। पिछले कुछ हफ्तों में जिला प्रशासन द्वारा लोगों को सोशल मीडिया में फैल रही अफवाहों पर बिना किसी आधार या प्रमाणिकता के भरोसा ना करने के प्रति जागरुक करने का काम किया गया। इसी तरह की घटना में 8 जून को दो दोस्त जोकि पिकनिक स्थल कार्बी अंगलोंग गए थे। उन्हें गांववालों के समूह ने रोका और बच्चा चोरी के शक में पीट-पीटकर मार दिया।
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