इस्लामाबाद। जम्मू-कश्मीर मुद्दे को लेकर पूरी दुनिया के सामने गुहार लगे रहे पाकिस्तान ने आखिरकार हार मान ली है. इमरान सरकार में गृह मंत्री ब्रिगेडियर एजाज अहमद शाह ने स्वीकार किया है कि इस्लामाबाद कश्मीर मुद्दे पर दुनिया को अपने पक्ष में खड़ा नहीं कर पाया. इस मुद्दे पर पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है. इमरान खान सरकार अंतरराष्ट्रीय समुदाय को कश्मीर पर अपना रुख समझाने में नाकाम रही है. शाह यहीं नहीं रुके और उन्होंने प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी सरकार को देश की छवि खराब करने के लिए जिम्मेदार ठहराया.
‘भारत को गंभीरता से लेकर उसकी बात को मानता है अंतरराष्ट्रीय समुदाय’
एजाज अहमद ने कहा कि कश्मीर के मामले में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को हम पर विश्वास ही नहीं है. जब हम कहते हैं कि भारत ने कश्मीर में कर्फ्यू लगाया है और वहां के लोगों को दवाएं नहीं दी जा रही हैं तो दुनिया हमारी बात पर विश्वास नहीं करती है. वहीं, अगर भारत कोई बात कहता है तो दुनिया उसे गंभीरता से लेते हुए भरोसा करती है. गृह मंत्री ने पाकिस्तान की छवि बिगाड़ने के लिए इमरान खान के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो और पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ को भी जिम्मेदार ठहराया।
यूएनएचआरसी में पाकिस्तान के वार पर भारत ने किया तीखा पलटवार
जेनेवा में हाल में हुए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) सत्र के दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (SM Qureshi) ने दावा किया था कि भारत ने अनुच्छेद-370 (Article-370) हटाने के बाद जम्मू-कश्मीर को जेल में तब्दील कर दिया है. कश्मीर में मानवाधिकारों का हनन हो रहा है. जवाब में भारत ने कहा था कि पाकिस्तान कश्मीर को लेकर मनगढंत कहानियां दुनिया को सुना रहा है, जबकि उसकी अपनी जमीन आतंकियों के लिए सबसे सुरक्षित पनाहगाह है. वहां आतंकवादी पनपते हैं. पाकिस्तान खुद सीमा पार से आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है. बता दें कि अमेरिका (US), फ्रांस (France) और रूस (Russia) जैसे देशों ने अनुच्छेद-370 हटाने के भारत के कदम का समर्थन किया था.
पाकिस्तान ने बिना नाम लिया कहा – उसे मिला है 60 देशों का समर्थन
पाकिस्तान ने यूएनएचआरसी में जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार की स्थिति को लेकर कहा था कि उसे इस मामले पर 60 देशों से समर्थन मिला है. हालांकि, पाकिस्तान ने किसी भी देश का नाम नहीं बताया. यूएनएचआरसी में पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य ने कहा कि इन देशों की एक सूची भारतीय प्रतिनिधिमंडल को सौंप दी जाएगी. हालांकि, इस मुद्दे से जुड़े लोगों का कहना है कि पाक को 57 सदस्यीय संगठन इस्लामिक सहयोग संगठन (IOC) और चीन का समर्थन मिला है. हालांकि, इंडोनेशिया जैसे कई सदस्यों ने अपने भारतीय समकक्षों के साथ बातचीत के दौरान खुद इससे को दूर कर लिया.
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