
यूनिक समय, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज, सोमवार को बिलावर में नागरिकों की हत्या और गुलमर्ग में अश्लील फैशन शो को लेकर हंगामा देखने को मिला। साथ ही सत्ताधारी पार्टी के सदस्यों ने इन मुद्दों पर चर्चा की मांग की।
प्रश्नकाल के दौरान, एनसी और कांग्रेस के विधायक बिलावर हत्याकांड पर चर्चा की मांग को लेकर खड़े हो गए। हंगामा के बीच, विधायक डॉ. रामेश्वर सिंह ने सदन के वेल में जाने की कोशिश की, लेकिन मार्शलों ने उन्हें रोक लिया। बता दें कि 8 मार्च को बिलावर में रामेश्वर सिंह पर हमले का प्रयास किया गया था।
स्पीकर ने बार-बार एनसी सदस्यों से व्यवधान नहीं डालने और अपनी सीटों पर बैठने की अपील की, लेकिन विधायक विरोध जारी रखते हुए अपने स्थान पर खड़े रहे। इस बीच, कुपवाड़ा के विधायक मीर मोहम्मद फैयाज ने गुलमर्ग में हुए अश्लील फैशन शो के आयोजकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की।
स्पीकर ने इस मुद्दे पर कहा कि बिलावर हत्याकांड पर सदन में चर्चा नहीं हो सकती, क्योंकि यह मामला विधानसभा के अधिकार क्षेत्र से बाहर है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम-2019 की धारा 32 का हवाला दिया, जिसके तहत पुलिस और सार्वजनिक व्यवस्था विधानसभा के दायरे से बाहर आते हैं। स्पीकर ने यह भी कहा कि एलजी ने पहले ही कठुआ मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुलमर्ग फैशन शो की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जांचाधीन मामलों को सदन में उठाया नहीं जा सकता।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने स्पष्ट किया कि गुलमर्ग में फैशन शो के आयोजन में जम्मू-कश्मीर सरकार की कोई भूमिका नहीं थी। विधानसभा में बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम एक निजी होटल में आयोजित किया गया था और इसमें सरकारी बुनियादी ढांचे का कोई शामिल नहीं था।
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