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राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह ने सोमवार को रालोद और सपा के संयुक्त उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन कर दिया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ पहुंचकर उन्होंने नामांकन की प्रक्रिया पूरी की। जयंत चौधरी ने राज्यसभा भेजे जाने को अपना सम्मान बताते हुए अखिलेश यादव और गठबंधन के दूसरे दलों का आभार जताया।
नामांकन दाखिल करने के बाद जयंत चौधरी ने कहा कि सपा के साथ हमारा गठबंधन कायम है और कायम रहेगा। जिस तरह हम मिलकर विधानसभा चुनाव में मजबूती से लड़े उससे हमारा गठबंधन मजबूत हुआ है। राज्यसभा प्रत्याशी बनाने के लिए मैं अखिलेश यादव व सपा कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट करता हूं।
यूपी के लिए राज्यसभा की कुल 11 सीटों पर चुनाव हो रहा है। इसमें भाजपा को सात और सपा को तीन सीटें मिलना तय है, जबकि 11 वीं सीट के लिए दोनों दलों के बीच संघर्ष होगा। सपा की तरफ से कपिल सिब्बल और जावेद अली नामांकन कर चुके हैं। तीसरी सीट के लिए मंथन चल रहा था। बता दें कि रालोद प्रमुख जयंत चौधरी को राज्यसभा के लिए सपा-रालोद का संयुक्त प्रत्याशी घोषित कर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अहम सियासी कदम उठाया है। अखिलेश ने भविष्य की संभावनाओं को मजबूती देने के लिए यह फैसला लिया है।
डिंपल यादव को तीसरे सदस्य के रूप में राज्यसभा भेजने को लेकर चर्चा चल रही थी। घटनाक्रम में बुधवार को तब मोड़ आया, जब लखनऊ में रालोद के विधायकों ने अखिलेश यादव से मुलाकात की। उन्होंने मजबूती से अपनी बात रखी और कहा कि भले ही इस बाबत वादे हुए हों या न हुए हों, लेकिन गठबंधन का सरोकार और वक्त का तकाजा यही कहता है कि जयंत को राज्यसभा भेजा जाए।
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