बिहार में प्रथम चरण के मतदान के दौरान कैमूर की मोहनिया विधानसभा में लोगों ने वोट बहिष्कार का ऐलान कर दिया. बूथ नंबर 34 पर सुबह से ही मतदानकर्मी मतदाताओं के आने का इंतजार कर रहे थे, जब दो घंटे बीत जाने के बाद भी एक भी वोटर बूथ पर नहीं पहुंचा, तो पीठासीन अधिकारी गांव में पहुंच गए.
बिहार चुनाव 2020: पहले चरण में सुबह 9 बजे तक 7.35 फीसद मतदान, इतनी सीटों पर वोटिंग जारी
ग्रामीणों ने कहा कि रोड नहीं तो वोट नहीं. पीठासीन अधिकारी द्वारा ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया, कि आचार संहिता हटते ही गांव में सड़क का काम शुरू हो जायेगा, इसके बाद भी महज दो लोगों ने ही वोट किया. कैमूर जिले की मोहनिया विधानसभा के बूथ नंबर 34 पर कुल 684 मतदाता हैं. आज सुबह सात बजे से ही मतदान कर्मी बूथ पर मतदाताओं के आने का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई भी वोट डालने के लिए नहीं आया. दो घंटे बाद तक जब एक भी वोट नहीं पड़ा, तो पीठासीन अधिकारी मोहम्मद सफीक ग्रामीणों से बात करने पहुंचे. कैमूर जिले की मोहनिया विधानसभा के बूथ नंबर 34 पर कुल 684 मतदाता हैं. आज सुबह सात बजे से ही मतदान कर्मी बूथ पर मतदाताओं के आने का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई भी वोट डालने के लिए नहीं आया. दो घंटे बाद तक जब एक भी वोट नहीं पड़ा, तो पीठासीन अधिकारी मोहम्मद सफीक ग्रामीणों से बात करने पहुंचे.
पटना, दरभंगा और मुजफ्फरपुर में कल रैली करेंगे मोदी
वहीं, मोहनिया प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि रोड की समस्या को लेकर ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया था. उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को बताया गया कि उनके गांव की सड़क बनने के लिए टेंडर हो चुका है. आचार संहिता की वजह से निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया. आचार संहिता हटते ही सड़क का निर्माण शुरू करा दिया जायेगा. आश्वासन के बाद भी ग्रामीणों को अधिकारियों की बातों पर विश्वास नहीं हो पा रहा था. हालांकि अधिकारियों के प्रयास के बाद दो लोगों ने वोट डाल दिया है. विकास पदाधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों को समझाया जा रहा है. पूरा विश्वास है कि इस बूथ पर अच्छी वोटिंग होगी.
Leave a Reply