कोख के कातिल डॉक्टर को पांचवी बार अपने गुनाहों की सजा मिल रही है, लेकिन इस बाद भी पुलिस को संशय है कि वह सुधर जाएगा। जोधपुर से पकडे गए प्रदेश के पहले हिस्ट्रशीटर डॉक्टर इम्तियाज को कई दिनों की रिमांड के बाद अब जेल भेज दिया गया है। ऐसी कमरों में रहने वाले और लग्जरी लाइफ जीने वाले डॉक्टर को अब सलाखों के पीछे सीमेंट का फर्श मिला है। न तो वहां पर एसी हैं और न ही महंगे गद्दे। यही कारण है कि दो रातों से करवटें बदल रहे इम्तियाज अब जेल अफसरों से जेल में सुविधाओं की मांग कर रहा है। इस बीच डॉक्टर का एक बड़ा राज भी खुलकर सामने आया है।
पीसीपीएनडीटी की टीम की ओर से दबोचे गए डॉक्टर के बारे में कई दिनों से पडताल की जा रही है। लेकिन हाल ही में उसका एक राज सामने आया है। टीम के सदस्यों ने बताया कि यूक्रेन से भी डॉक्टर का ताल्लुक है। उसने साल 2003 में युक्रेन देश से ही डॉक्टरी की थी। कुछ दिन वहां पर प्रैक्टिस भी की थी और उसके बाद वह राजस्थान आ गया था। यहां पर सरकारी सेवाओं की तैयारी की और जल्द ही सरकारी डॉक्टर बन गया। सरकारी डॉक्टर बनने के बाद उसने लिंग जांच के बारे में पढ़ना शुरु किया और फिर कुछ साल के बाद लिंग जांच करना भी शुरु कर दिया। अपने पिता के अस्पताल में भी ऐसा करने की कोशिश की। पिता से भी इसकी जानकारी मिली और उसके बाद उसने सात से आठ साल के दौरान लिंग जांच कर कोख में ही बेटियों को हमेशा के लिए सुलाना शुरु कर दिया। पहले पंद्रह से बीस हजार रुपए जांच के लिए लिए जाते थे और बाद में ये बढ़कर सत्तर हजार रुपए से एक लाख रुपए तक कर दिए गए।
पीसीपीएनडीटी टीम के अफसरों ने बताया कि सबसे पहले साल 2016 में उसे पकडा गया था। उसके बाद 2017 में भी वह गिरफ्तार हुआ। चिकित्सा विभाग के अफसरों ने उसके खिलाफ कार्रवाई की और उसे निलंबित कर दिया गया। लेकिन इस दौरान भी जेल से बाहर आने के बाद वह आदतों से बाज नहीं आया और दो बार और उसे गिरफ्तार किया गया। अब वह पांचवी बार पकडा गया है।
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