कानपुर। जनपद में जुमे की नमाज के बाद 3 जून को बेकनगंज थाना क्षेत्र में हुई हिंसा के मामले में जांच लगातार जारी है। बेकनगंज के नई सड़क इलाके में हुई इस हिंसा के प्रकरण में अब जांच के दायरे में शहर के बिल्डर्स भी आ चुके हैं। मामले को लेकर पुलिस ने उपद्रवियों की फंडिंग के आरोप में बिल्डरों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह मुकदमा आठ बिल्डरों पर दर्ज किया गया है। कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) के विशेष कार्याधिकारी की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।
इसी के साथ मामले में मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी और 3 अन्य आरोपियों से हुई पूछताछ के बाद अभी तक कई बिल्डरों के रडार पर होने की जानकारी मिल रही है। मिली सूचना के आधार पर तकरीबन 20 बिल्डर पुलिस की रडार पर हैं। जफर ने इनका नाम एटीएस की पूछताछ में खुद लिया है। जिसके बाद मामले में पुलिस उस तक पहुंची है। प्रकरण को लेकर पुलिस कमिश्नरेट की तरफ से जारी आधिकारिक नोट में बताया गया कि प्राधिकरण की प्रवर्तन टीमों द्वारा रविवार को सलीम उर्फ़ जानीवाकर और हाजी वसी द्वारा द्वारा परेड और चकेरी इलाके में करवाए जा रहे अवैध निर्माणों सील किया गया। यह कार्य क्षेत्रीय पुलिस की उपस्थिति में करवाया गया। आरोप है कि इन बिल्डरों ने के द्वारा नियमों को ताक पर रखकर प्राधिकरण की ओर से तकरीबन एक माह पहले सील किए गए परिसरों का सील तोड़कर निर्माण करवाया जा रहा था। जिसके बाद इस मामले में केडीए की ओर से शिकायत दर्ज करवाई गई है।
ज्ञात हो कि शुक्रवार 3 जून को जुमे की नमाज के बाद कानपुर हिंसा के मामले में पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है। इस बीच मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी से पूछताछ के बाद कई खुलासे हो रहे हैं। बताया गया कि बिल्डर सलीम उर्फ जॉनी वॉकर, हाजी वसी, एचएस के मालिक ने हिंसा के लिए उपद्रवियों की फंडिंग है। फ़िलहाल पुलिस ने मामले में केडीए की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसी के साथ आगे की तफ्तीश जारी है। माना जा रहा है कि कई बिल्डर इस समय पुलिस की रडार पर हैं।
Leave a Reply