कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में जुमे के दिन 3 जून को नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में पुलिस और प्रशासन लगातार सख्त दिखाई पड़ रहा है। 3 जून को जनपद में नई सड़क पर विरोध प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा को लेकर सरकार का रवैया भी सख्त है और जारी आदेशों के बाद पुलिस और प्रशासन लगातार उपद्रवियों पर एक्शन भी ले रहा है। इसी कड़ी में जानकारी मिली है कि जिला प्रशासन द्वारा कमिश्नरेट पुलिस के साथ मिलकर संयुक्त टीम बनाते हुए एक लिस्ट तैयार की जा रही है। यह लिस्ट हिंसा में शामिल उपद्रवियों की है। इस लिस्ट को तैयार कर एक नई कवायद देखने को मिल सकती है। रिपोर्टस की मानें तो इस लिस्ट को तैयार करवाने के पीछे मंशा है कि इन सभी उपद्रवियों को मिलने वाली सरकारी सेवाएं को बंद किया जाए। इसी के चलते उपद्रवियों को चिन्हिंत कर लिस्ट बनाई जा रही है।
प्रशासनिक अधिकारी इसको लेकर कुछ भी खुलकर कहने को तैयार नहीं है। हालांकि इस बीच एक अधिकारी की ओर से नाम न जाहिर की शर्त पर बताया कि एक लिस्ट तैयार की जा रही है। इस लिस्ट में उन लोगों का नाम होगा जो इस उपद्रव में शामिल थे। उन्हें चिन्हिंत कर सरकार उन्हें मुफ्त मिलने वाली तमाम सेवाओं से वंचित करेगी। इस लिस्ट के तैयार होने के बाद उन्हें मुफ्त में मिलने वाले राशन से भी वंचित किया जाएगा। बताया गया कि इस मामले में उपद्रवियों को एक-एक कर चिहिंत कर लिस्ट को तैयार करना एक लंबी प्रक्रिया है और इसमें काफी समय भी लग सकता है। पुलिस लगातार उपद्रवियों के पोस्टर भी लगा रही है और वीडियो के जरिए भी हिंसा में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है।
आपको बता दें कि टीम हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने के साथ ही उनकी गिरफ्तारी में भी लगी हुई है। इस बीच कई उपद्रवियों की गिरफ्तारी भी की जा रही है। पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान के साथ ही उनसे पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे भी सामने आ रहे हैं। हिंसा को लेकर पैसे कहां से और कैसे जुटाए गए इसको लेकर भी कई खुलासे हो चुके हैं।
Leave a Reply