पटना. इस साल बिहार विधानसभा चुनाव कई मायनों में बाकी पिछले चुनावों से काफी अलग है, चाहे वह कोरोना काल में हो रहे विश्व के पहले चुनाव के रूप में हो या महागठबंधन में पार्टियों की संख्या. जिसके चलते मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों की संख्या भी बढ़ गई है.
जरूरी बातें: सांस फूलने की समस्या से हैं परेशान? जानिए
ऐसा लगता है बिहार विधानसभा चुनाव में “म्यूजिकल चेयर” का खेल खेला जा रहा हो, जिसमे सभी उम्मीदवार मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने की होड़ में लगे हुए है लेकिन इस पद का कौन हकदार होगा इसका फैसला बिहार की जनता अपनी जादुई उंगली से करेगी. इस बार सीएम पद के छह दावेदार हैं. जदयू, भाजपा, हम और वीआईपी के गठबंधन एनडीए ने फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ही मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया है. लेकिन, राजद, कांग्रेस और तीन वामदलों के महागठबंधन ने इस बार अपना चेहरा बदल लिया है.
पिछले चुनाव में इस गठबंधन का चेहरा भी नीतीश कुमार थे, लेकिन इस बार तेजस्वी प्रसाद यादव सीएम पद के उम्मीदवार हैं, इसके अलावा छह दलों को मिलाकर बने ग्रांड डेमोक्रेटिक सेकुलर एलायंस ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा को तो वहीं प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन ने पप्पू यादव को अपना मुख्यमंत्री का उम्मीदवार घोषित किया है.
शिमला: 23 साल के युवक ने 14 वर्ष कि मासूम बच्ची के साथ किया दुष्कर्म, 36 घंटे तक मासूम को
इसके साथ ही चिराग पासवान ने खुद को कभी मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, लेकिन उनकी पार्टी लोजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री पद का दावेदार बताया है. इसी चुनाव के ठीक पहले प्लुरल्स नाम से नई पार्टी बनाने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी ने भी खुद को अगला मुख्यमंत्री घोषित कर रखा है.
किसमे कितना है दम
नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों की लिस्ट में सबसे पहला नाम आता है बिहार के मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का, नीतीश 15 सालों से बिहार के मुख्यमंत्री है उनके राजनीतिक अनुभव के आगे कोई भी उम्मीदवार पानी भरता हुआ नजर नहीं आता.
नीतीश ने पहली बार 1985 में विधायक बन अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करी. इसके बाद 1989 में 9वीं लोकसभा के लिए चुने गए , नीतीश ने अबतक अपने राजनितिक करियर में कई प्रमुख पद संभाले जिसमें कृषि मंत्री, रेल मंत्री पद शामिल है. नीतीश 24 नवम्बर 2005 से अबतक बिहार के मुख्यमंत्री है.
तेजस्वी यादव
मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में अब दूसरा नाम आता है बिहार के लोकप्रिय नेता लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी यादव का, तेजस्वी महागठबंधन का मुख्यमंत्री फेस है. वे एक युवा नेता है जिन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर राजनीति में कदम रखा था.
नशेबाज दारोगा का ड्रामाः नशे में धुत दारोगा ने चौकी में जमकर किया हंगामा, यूपी पुलिस की उड़ाईं धज्जियां
नीतीश कुमार की अगुवाई में बनी महागठबंधन की सरकार में उनके पास सड़क और भवन विभाग था. लेकिन, बाद में जदयू के महागठबंधन से अलग होने से वह सरकार से बाहर हो गये. एक ही कार्यकाल में उन्हें उप मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष दोनों का अनुभव मिला.
उपेन्द्र कुशवाहा
बीस साल के राजनीतिक अनुभव वाले उपेन्द्र कुशवाहा इस बार डेमोक्रेटिक सेकुलर एलायंस के मुख्यमंत्री उम्मीदवार है. कुशवाहा साल 2000 में पहली बार विधायक बने, साल 2013 में जदयू से अलग हो कर उन्होंने अलग पार्टी रालोसपा का गठन किया.
पप्पू यादव
प्रगतिशील लोकतांत्रिक गठबंधन के सीएम प्रत्याशी पप्पू यादव पहली बार साल 1990 में सिंहेश्वरस्थान विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक बने थे, साल 2015 में उन्होंने अपनी पार्टी जन अधिकार पार्टी ( लोकतांत्रिक ) गठन किया, पप्पू यादव के नाम कई सामाजिक कार्य है.
पुष्पम प्रिया चौधरी
पुष्पम जदयू के पूर्व एमएलसी विनोद चौधरी की पुत्री हैं, पहली बार मार्च, 2020 में राजनीति में आई और प्लुरल्स पार्टी बनाई, उन्होंने राजनीति में आते ही खुद को बतौर मुख्यमंत्री पेश कर दिया, राजनीति में अब तक उनकी कोई उपलब्धि नहीं रही है. इस बार चुनाव में उन्होंने सभी सीटों पर उम्मीदवार देने की घोषणा की है.
Leave a Reply