दस साल बाद निवेदिता कुकरेती दून की पहली ऐसी कप्तान बन गई हैं, जिन्होंने बुधवार को दो साल का कार्यकाल पूरा किया है। बीते सालों में कप्तान साढ़े तीन माह से लेकर 13 माह से ज्यादा नहीं टिक पाए। कुकरेती के कार्यकाल में अपराध तो खूब हुए, लेकिन पुलिस टीम अपराधियों पर भारी रही। बीते 24 माह में पुलिस के सामने सिर्फ अब सरस्वती विहार में महिला ज्वैलर्स और बसंत विहार में शराब ठेकेदार से हुई लूट के खुलासे की चुनौती बाकी है।
एसएसपी निवेदिता कुकरेती का दो साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद बुधवार को उपलब्धियों की फेहरिस्त जारी की गई। कुकरेती ने 16 मई 2017 को जब जिले का कार्यभार संभाला था, उस समय डालनवाला कोतवाली क्षेत्र के साकेत कॉलोनी में व्यापारी के यहां हुई डकैती उन्हें विरासत में मिली थी। डकैती के खुलासे को लेकर सरकार का दबाव था। पुलिस यह वारदात खोल ही नहीं पाई थी कि इसी तर्ज पर डोईवाला में डकैती की दूसरी वारदात हो गई। पुलिस ने कुछ दिन बाद दोनों वारदातों में शामिल गैंग को गिरफ्तार कर अपना लोहा मनवाया था।
हत्या के मामलों का शत प्रतिशत खुलासा
दो साल में जिले में हत्या की 51 घटनाएं हुईं। इनमें शामिल 74 लोगाें को गिरफ्तार किया गया। इनमें पटेलनगर का प्राप्ति हत्याकांड सबसे चर्चित रहा। मां मीनू कौर ने ही बेटी की हत्या कर उसकी गुमशुदगी दर्ज करा दी थी। बाद में पुलिस ने मां की निशानदेही पर बेटी का शव बरामद घटना का खुलासा किया था। ऋषिकेश के श्यामपुर में दो नाबालिगों की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में पुलिस द्वारा पकडे़ गए आरोपी सरदार परवान सिंह को फांसी की सजा हो चुकी है।
देश का पहला मुकदमा बना था एटीएम क्लोनिंग जुलाई 2017 में दर्ज हुआ एटीएम क्लोनिंग का मामला देश का पहला मुकदमा बना था, जिसमें अलग-अलग 98 केस दर्ज किए गए थे। पुलिस ने एक माह की भागदौड़ के बाद हरियाणा की एक महिला समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के पास से खातों से उड़ाए 55 लाख रुपये से दो गुनी संपत्ति जब्त की थी।
किडनी कांड में 17 आरोपियों को किया गिरफ्तार
सितंबर 2017 में उत्तरांचल डेंटल कॉलेज लालतप्पड़ डोईवाला के अंदर स्थित गंगोत्री चैरिटेबल हास्पिटल के नाम से हो रहे किडनी निकालने का अवैध कारोबार का भंडाफोड़ किया था। पुलिस ने रैकेट के सरगना अमित राउत समेत 17 आरोपियों को गिरफ्तार कर बड़ी उपलब्धि अपने नाम की थी।
सहसपुर के एक बोर्डिंग स्कूल में हाईस्कूल की छात्रा से दुष्कर्म और गर्भपात कराने के मामले में भी पुलिस विवेचना की खूब सराहना हुई। पुलिस ने स्कूल प्रबंधन से जुड़े नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर पूरे खेल से पर्दा उठाया था।
11 करोड़ 37 लाख के मादक पदार्थ बरामद
एसएसपी निवेदिता कुकरेती के दो साल के कार्यकाल में 1067 तस्करों को गिरफ्तार करीब 11 करोड़ 37 लाख रुपये के मादक पदार्थ बरामद करने का दावा किया गया है। आबकारी अधिनियम में 1994 मामले दर्ज कर 2068 आरोपियों को पकड़ा गया। इनसे चार करोड़ 72 लाख 78 हजार मूल्य की अवैध शराब बरामद की गई।
हर मामले को चुनौती के रूप में लिया वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती का कहना है कि अपराध से जुड़े हर मामले को चुनौती के रूप में लिया है। उपलब्धियों का पूरा श्रेय पुलिस टीम को जाता है। सिपाही से लेकर थाना प्रभारी, सीओ और एसपी ने टीम भावना से काम किया है। इसकी बदौलत पुलिस को हर कदम पर कामयाबी मिली है। उन्होंने कहा कि अब अपराधी पुलिस की हर तकनीक से वाकिफ हैं। वह हर घटना को नए तौर-तरीकाें से अंजाम दे रहे हैं।
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