
वृंदावन। संपूर्ण संसार में कर्म ही प्रधान है। कर्म ही मनुष्य की सफलता का द्योतक है। छात्रों के अंदर ऐसे भावों को स्थानांतरित करने ,हमारे पौराणिक ग्रंथों व प्राचीन विरासत को भावी पीढ़ी तक पहुंचाने के उद्देश्य से वृंदावन पब्लिक स्कूल में आयोजित गीता श्लोक वाचन प्रतियोगिता में कक्षा 6 से 11 तक के छात्रों ने गीता के श्लोकों की प्रस्तुति दी। छात्रों की यह अद्भुत प्रस्तुति जो कि कण्ठस्थ श्लोकों का सस्वर वाचन था।
कक्षा 7 से अक्षिता चौबे व शालू ने श्लोकों का वाचन कर सभी को तालियां बजाने को मजबूर कर दिया। कक्षा आठ के मधुर कृष्ण ने भी गीता के बारहवें अध्याय के संपूर्ण श्लोकों का कंठस्थ वाचन कर सबको आश्चर्यचकित कर दिया। सीनियर कक्षाओं के प्रतिभागियों ने भी अपने वाचन कला का प्रदर्शन कर प्रथम ,द्वितीय व तृतीय स्थान पर क्रमश: एकता गुप्ता आयुष गंगवार व स्तुति शर्मा ने अपनी कला का प्रदर्शन किया ।
कक्षा छह से आठ तक के प्रतिभागियों में कक्षा 7 से प्रथम स्थान पर अक्षिता चौबे, द्वितीय स्थान पर शालू व तृतीय स्थान पर गुलशन कुमार आए ।संयोजिका प्रियदर्शनी आचार्य ने संस्कृत विभाग की ओर से कराए गए इस आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया। कहा कि इस तरह के आयोजन छात्रों को हमारी संस्कृति से जोड़ते हैं। उसके संवर्धन के लिए भी प्रेरित करते हैं।
Leave a Reply