नई दिल्ली। विजय विट्टल माल्या खुद को हमेशा किंग ऑफ गुड टाइम्स कहते रहे हैं। लेकिन लगता है कि उनके दिन मुश्किल भरे होते जा रहे हैं। उन्हें भारत लाने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। खबरें कह रही हैं कि उन्हें कभी भी भारत लाया जा सकता है। इसके बाद मुंबई में उनके खिलाफ मुकदमा चलाया जाएगा। अगर वो मुंबई लाए गए तो उन्हें आर्थर रोड जेल में रखा जाएगा. शानोशौकत से भरपूर जिंदगी जीने वाले माल्या ने शायद ही कभी सोचा हो कि उनके साथ कभी ऐसा भी हो सकता है। वो 17 भारतीय बैंकों से 9000 करोड़ रुपए के कर्ज के डिफाल्टर हैं।
विजय माल्या के पिता विट्टल माल्या कर्नाटक के जाने माने बिजनेस मैन थे। जब विजय ने बहुत कम उम्र में उनका कारोबार संभाला तो उन्होंने इसे इतनी ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया कि वो भारतीय उद्योग जगत में मिसाल बन गए। उनकी सक्सेस स्टोरीज मीडिया में अक्सर आती थीं। इसी के साथ सुर्खियों में होती थी उनकी शानोशौकत से भरी लग्जरी लाइफ, जिसमें किसी भी चीज की कमी नहीं थी।
उन्होंने वो जिंदगी जी, जो भारत ही नहीं एशिया के शीर्ष कारोबारी कम जी पाते हैं। प्राइवेट जेट, प्राइवेट याट, दुनियाभर में आलीशान बंगले, पार्टियां, सुंदरियों के साथ गलबहियां, किंगफिशर कैलेंडर के मॉडल्स का मेला, रॉयल चैंलजर्स बेंगलुरु नाम की आईपीएल टीम, कैरिबियन प्रीमियर लीग में एक टीम के मालिक एफ-1में फोर्स वन के नाम से टीम, महंगी कलाकृतियां-माल्या के वैभव की कहानियां दुनियाभर में बिखरी हुई हैं।
28 साल की उम्र में पिता का कारोबार संभाला
विजय माल्या की पढाई लिखाई ला मार्टिनियर कोलकाता और फिर सेंट जेवियर कॉलेज कोलकाता में हुई। वहां से उन्होंने कामर्स में डिग्री ली।
1983 में जब माल्या 28 साल के थे, तब उनके पिता की मौत हो गई। अब कारोबार को संभालने की जिम्मेदारी उन पर आ गई। वो “यूनाइटेड ब्रेवरीज समूह” के अध्यक्ष बन गए।
तब से अब तक यह समूह 60 से भी अधिक कंपनियों के साथ एक बहुराष्ट्रीय संगठन के रूप में उभरा। इसका कारोबार 15% से 64% तक बढ़ गया।
बाद के वर्षों में माल्या ने कई सारी कंपनियों को खरीदा. एक जमाने में माल्या की यूनाइटेड स्प्रिट्स दुनिया की दूसरे नंबर की शराब निर्माता कंपनी बन गई थी लेकिन फिर उन्होंने इसे ग्लोबल स्प्रिट दिग्गज डिएगो को बेच दिया. हालांकि इस कंपनी में उनकी हल्की फुल्की हिस्सेदारी अब भी है लेकिन इसे छोड़कर यूनाइटेड ब्रेवरीज समूह पर उन्हीं का नियंत्रण है. वो इसके चेयरमैन के रूप में बरकरार हैं।
दो बार राज्यसभा सदस्य भी रह चुके हैं
विजय माल्या वो दो बार राज्यसभा में भी सदस्य रह चुके हैं. जिस समय वो लंदन के लिए भागे तब भी वो राज्यसभा सदस्य ही थे. वो वर्ष 2000 में राजनीति में आए. जनता पार्टी के नाम पर उनकी पार्टी ने कर्नाटक में विधानसभा का चुनाव लड़ा लेकिन उनकी पार्टी कोई प्रभाव नहीं बना सकी।
हालांकि उसके बाद वो दो बार राज्यसभा में पहुंचने में सफल रहे. पहली बार वो वर्ष 2002 में राज्यसभा सदस्य बने और दूसरी बार वर्ष 2010 में लेकिन उसके बाद उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस के घाटे ने बढ़ाईं मुश्किलें
कहा जाता है कि विजय माल्या की मुश्किलें किंगफिशर एयरलाइंस के नाकाम होते जाने के साथ बढ़ती चली गईं. वो घाटे में डूबती जा रही इस एयरलाइंस को बंद करना चाहते थे लेकिन वर्ष 2010 में उन्होंने इसे नई जिंदगी देने का फैसला किया. इसके लिए बैंकों से मोटा लोन लेना शुरू किया, जिसने उन्हें वहां पर लाकर खड़ा कर दिया, जहां आज वो हैं.
आखिर बंद हो गई किंगफिशर
किंगफिशर आखिरकार 2012 में बंद हो गई लेकिन इस एयरलाइंस ने आठ सालों में कभी फायदा नहीं दिया. एयरलाइंस के कर्मचारियों को वेतन तक के लाले पड़ गए. एकजमाने में ये भारत की दूसरी बड़ी एयरलाइन थी, विदेशों में इसकी उड़ानें हुआ करती थीं. लेकिन मार्च 2013 तक इसका कुल घाटा 16,023 करोड़ तक पहुंच गया.
अदालत ने भगोड़ा घोषित किया
इसके बाद जब एयरपोर्ट, बैंकों के ड्यूज बढ़ने लगे और इसका फ्लाइंग लाइसेंस खत्म हो गया तो ये एयरलाइंस बैठ गई. शुरू में तो पेरेंट यूबी ग्रुप ने उसमें फंडिंग की लेकिन फिर बाद में ये रुक गई. दरअसल वर्ष 2011 से ही किंगफिशर और माल्या को बैंकों से दिए लोन पर सवाल उठने शुरू हो गए थे. इसके बाद एक समय वो आया कि वो रातोंरात काफी ज्यादा सामान और परिवार के साथ लंदन कूच कर गए. अदालत ने उन्हें भगोड़ा घोषित किया हुआ है.
अब तक तीन शादियां
विजय माल्या को कई बार प्यार हुआ. तीन बार उन्होंने अपने प्यार को शादी में बदला. पहली शादी एअर इंडिया की पूर्व एयर होस्टेस समीरा तैयबजी से हुई थी. 1986 में वो एयर इंडिया की फ्लाइट से अमेरिका जा रहे थे. समीरा उस फ्लाइट में एयर होस्टेस थीं. दोनों की ये मुलाकात प्यार में बदल गई. समीरा हालांकि ज्यादा उम्र की थीं लेकिन दोनों ने जल्दी ही शादी कर ली. ये शादी एक साल ही चल पाई. इस शादी से बेटे सिद्धार्थ का जन्म हुआ.
फिर बचपन की दोस्त रेखा से शादी
वर्ष 1993 में विजय माल्या को मालूम हुआ कि उनके बचपन की प्यार रेखा का पति से तलाक हो गया है. उन्होंने तुरंत रेखा के सामने प्यार का इजहार करते हुए शादी का प्रस्ताव रखा. इसके बाद दोनों शादी के बंधन में बंध गए. रेखा की शादी इससे पहले प्रताप चेटियप्पा से हुई थी, जो कुर्ग में कॉफी के बड़े उत्पादक थे. हालांकि इस शादी के बाद रेखा ने शाहिद महमूद से फिर दूसरी शादी की थी.
इन दो शादियों से रेखा के पहले से दो बच्चे कबीर और लैला हैं. शादी के बाद माल्या ने लैला को अपनी बेटी के तौर पर एडॉप्ट कर लिया. लैला का अब यूरोप में ठीकठाक बिजनेस है. माल्या और रेखा की लिएना और तान्या नाम की अपनी दो बेटियां हैं.
लंदन में कर ली तीसरी शादी
माना जाता है कि विजय माल्या ने 63 साल की उम्र में पिछले साल लंदन में ही तीसरा ब्याह रचा लिया है. ये शादी उन्होंने कभी उनके किंगफिशर एयरलाइंस में एयर होस्टेस रहीं खूबसूरत पिंकी लालवानी से की है. करीब दो साल पहले ये खबरें सुर्खियां बनीं थीं कि वो लंदन में इस खूबसूरत महिला के साथ रह रहे हैं.
कौन हैं पिंकी लालवानी
आईपीएल के दौरान पिंकी के साथ माल्या के साथ नजदीकियां लगातार चर्चा में रहती थीं. उनकी दूसरी बीवी रेखा तो शायद ही कभी मैचों के दौरान नजर आती थीं लेकिन ये पिंकी बेंगलुरु टीम के मैचों के दौरान हर उस जगह होती थीं, जहां बेंगलुरु की टीम खेल रही होती थी.
पिंकी लालवानी किंगफिशर एयरलाइंस की एयरहोस्टेस थीं लेकिन वर्ष 2011 से ही वो माल्या के साथ रिलेशनशिप में रहने लगी थीं. केवल आईपीएल ही क्यों फार्मूला वन रेस के दौरान भी वो लगातार विजय माल्या के साथ नजर आती रही थीं. लंदन में जब माल्या मुकदमों के दौरान अदालत जाते थे तो भी वो उनके साथ दिखती थीं।
खेलों के साथ जुड़ाव
माल्या का खेलों से जबरदस्त जुड़ाव रहा है. पहले उन्होंने आईपीएल में रॉयल चैंलेजर्स टीम खरीदी. फिर फार्मूला वन की स्पाइकर एफवन टीम को खरीदा. बाद में इसका नाम बदलकर फोर्स इंडिया वन कर दिया. हालांकि बाद में उन्होंने जब सहारा ग्रुप को इसका पार्टनर बनाया तो इसका नाम सहारा फोर्स वन हो गया।
हालांकि उनकी एफवन टीम की हालत भी इन दिनों पतली है. उसके बिकने की चर्चाएं हैं. यूबी ग्रुप ने कोलकाता में ईस्ट बंगाल और मोहन बागान में भी हिस्सेदारी खरीदी थी. घुड़दौड़ में भी वो कई घोड़ों के मालिक थे. इसके अलावा कैरिबियन प्रीमियर लीग में भी वो एक टीम के मालिक हैं.
एक ओर तड़क-भड़क की जिंदगी तो दूसरी ओर धार्मिकता भी
एक तरफ तो विजय माल्या अपनी तड़क भड़क वाली जिंदगी के लिए फेमस हैं, वहीं दूसरी ओर कहा जाता है कि वो रोज पूजा करना नहीं भूलते. हर साल सबरीमाल जाते थे. इससे पहले 42 दिन का उपवास भी रखते थे, उन दिनों वो केवल काले कपड़े पहनते थे.
वो लगातार तिरुपति में भगवान वेंकटेश्वर बालाजी के दर्शन के लिए जाते रहे हैं. इसके अलावा वो आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन के श्रीश्री रविशंकर के पक्के अनुयायी हैं.
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