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नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में सपा के साथ गठबंधन के बावजूद अपेक्षाकृत नतीजे न आने से नाखुश बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी की मीटिंग में कहा है कि यूपी के 11 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में उनकी पार्टी अकेले लड़ेगी. सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के सेंट्रल ऑफिस में सोमवार को हुई समीक्षा बैठक में मायावती गठबंधन से नाखुश नजर आईं. उन्होंने कहा कि गठबंधन से पार्टी को फायदा नहीं हुआ।
सूत्रों की मानें तो पार्टी पदाधिकारियों से मिले फीडबैक के बाद मायावती ने बैठक में कहा कि गठबंधन का वोट चुनावों में ट्रान्सफर नहीं हुआ. लिहाजा आगामी उपचुनाव में बसपा अकेले ही लड़ेगी. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में 11 विधायक जीत कर संसद पहुंचे हैं. जिसके बाद खाली हुई सीटों पर छह माह के भीतर चुनाव होने हैं. इन 11 सीटों में से बसपा के एक और सपा के एक विधायक जीतकर संसद पहुंचे हैं. जलालपुर से बसपा विधायक रितेश पांडेय अम्बेडकरनगर से चुने गए हैं और रामपुर से सपा के आजम खान सांसद बने हैं.
आमतौर पर उपचुनाव नहीं लड़ती बसपा
जानकारों की माने तो उपचुनाव लड़ने का फैसला चौंकाने वाला है, क्योंकि बसपा के इतहास के देखें तो पार्टी उपचुनाव में प्रत्याशी नहीं उतारती. 2018 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भी पार्टी ने प्रत्याशी नहीं उतारे थे और सपा को समर्थन किया था. इसी आधार पर लोकसभा चुनाव में भी गठबंधन बना, लेकिन परिणाम मनमाफिक नहीं आए. अब अगर मायावती अकेले चुनाव में उतरने का फैसला करती हैं तो गठबंधन के भविष्य पर सवाल उठाना लाजमी है.
38 सीटों पर बसपा ने उतारे थे प्रत्याशी
गौरतलब है कि सपा से गठबंधन के तहत बसपा ने 38 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें सिर्फ 10 सीटों पर उसे जीत हासिल हुई. जबकि 37 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली सपा के खाते में महज पांच सीटें ही आई.
उधर बैठक के बाद यूपी बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा ने हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ा. उन्होंने कहा कि ईवीएम घोटाले की वजह से अनुकूल नतीजे नहीं आए. कुशवाहा ने बोला कि ईवीएम को लेकर पार्टी ने पहले भी आवाज उठाई थी और आगे भी उठाते रहेंगे.
महागठबंधन की हुई समीक्षा
बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज दिल्ली में यूपी की सांसदों, विधायकों, पदाधिकारियों, जोनल इंचार्जों और जिलाध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक हुई. बैठक के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि आज की बैठक में महागठबंधन को लेकर समीक्षा की गई. साथ ही ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा भी उठा. उन्होंने कहा कि बसपा की मांग है कि बैलट पेपर से चुनाव हो. कुशवाहा ने कहा कि बैठक में आगामी चुनावों को लेकर भी चर्चा हुई.
श्रावस्ती से नवनिर्वाचित बसपा सांसद राम शिरोमणि वर्मा ने ईवीएम घोटाले का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि लंबे पैमाने पर घोटाला हुआ है. हम लोग पहले से कह रहे हैं कि बैलेट पेपर से चुनाव होना चाहिए, जिसे ना तो चुनाव आयोग मान रहा है, ना सरकार मान रही है. हम चाहते हैं कि बैलेट पेपर से चुनाव कराया जाए, जो निष्पक्ष हो. बहनजी जो भी दिशा निर्देश देंगी, हम उसका पालन करेंगे.
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