नई दिल्ली। मेड इन इंडिया इंटरनेट ब्राउजर वीरा लॉन्च हो गया है। यह सिर्फ मोबाइल फोन में काम करेगा। इसे मोबाइल इंटरनेट के क्षेत्र में महत्वपूर्ण विकास के रूप में देखा जा रहा है।
वीरा का दावा -नहीं होगा क्रैश।
वीरा ने दावा किया है कि इसके इस्तेमाल से यूजर को बेहतर डिजिटल अनुभव मिलेगा। इससे तेज इंटरनेट सर्फिंग की जा सकेगी। इसके साथ ही यह बेहद सुरक्षित भी है। वीरा का दावा है कि वह क्रैश नहीं होगा। वीरा के संस्थापक अर्जुन घोष ने कहा, “हमारा मिशन भारतीय इंटरनेट यूजर्स को तेज, सुरक्षित और निजी ब्राउजिंग प्लेटफॉर्म देना है। हमने एक ऐसा इंटरनेट अनुभव बनाने के लिए इस यात्रा को शुरू किया जो भारत की विशिष्टता के साथ मेल खाता हो।”
अर्जुन घोष ने कहा कि एक औसत मोबाइल यूजर रोज लगभग 7.3 घंटे ऑनलाइन रहता है। एक अरब भारतीय इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में वीरा निश्चित रूप से उन्हें नया अनुभव देगा। घोष ने कहा, “मैं आपको आश्वस्त कर दूं कि यह सिर्फ शुरुआत है। इसकी बहुत सारी सुविधाएं पाइपलाइन में हैं। इसके बारे में हम बहुत उत्साहित हैं और जल्द ही इन्हें लॉन्च करेंगे।”
अर्जुन घोष ने कहा, “स्पीड के मामले में वीरा ने नया बेंचमार्क सेट किया है। इसने स्पीडोमीटर पर प्रति मिनट 40.8 रन की उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। यह इसे अन्य ब्राउजरों में सबसे आगे रखता है।” वीरा में लाइव ट्रैकर की सुविधा दी गई है। इससे यूजर ब्लॉक किए गए विज्ञापनों को रियल टाइम में काउंट कर सकेंगे। इसके साथ ही यह यूजर का डेटा भी बचाएगा।
वीरा की मदद से ट्रैकर्स को ब्लॉक किया जा सकेगा। वीरा तीसरे पक्ष के ट्रैकर्स, विज्ञापनों, ऑटोप्ले वीडियो और अन्य को डिफॉल्ट रूप से ब्लॉक करने की सुविधा देता है। वर्तमान में यह विशेष रूप से एंड्रॉइड डिवाइस पर उपलब्ध है। आने वाले दिनों में इसके आईओएस और विंडोज वर्जन लॉन्च करने की योजना है।
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