
यूनिक समय, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के कई जिलों में वक्फ कानून के विरोध में फैली हिंसा के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बयान सामने आया है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि राज्य सरकार इस कानून के पक्ष में नहीं है और इसे बंगाल में लागू नहीं किया जाएगा।
मुर्शिदाबाद, मालदा, हुगली और 24 परगना जैसे जिलों में हुई हिंसा के दौरान पुलिस की गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया, सड़कों और ट्रेनों को बाधित किया गया और कई जगहों पर पथराव की घटनाएं सामने आईं। इन घटनाओं पर सीएम ममता ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा, “जिस कानून को लेकर विरोध हो रहा है, वह केंद्र सरकार का है। हमने न तो इसे बनाया और न ही इसे लागू करने जा रहे हैं। ऐसे में दंगे करने का क्या औचित्य?”
उन्होंने सभी धर्मों के लोगों से संयम और शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की हिंसक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। “दंगे भड़काने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी,” उन्होंने चेतावनी दी। साथ ही यह भी जोड़ा कि धर्म का मतलब मानवता, मेल-जोल और शांति है—इसे सियासी फायदे के लिए हथियार न बनाएं।
बीजेपी पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ राजनीतिक ताकतें धार्मिक भावनाओं को भड़काकर समाज में तनाव फैलाने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे किसी के बहकावे में न आएं और राज्य में अमन और सौहार्द बनाए रखें।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि बंगाल सरकार इस कानून को लागू नहीं करेगी और यह संदेश साफ है—हिंसा की कोई जगह नहीं है।
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