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नई दिल्ली। मणिपुर में कथित तौर पर दो महिलाओं के साथ गैंगरेप किया गया और उसके बाद उनकी नंगी परेड निकाली गई। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसने भी यह वीडियो देखा वह कार्रवाई की डिमांड कर रहा है। मणिपुर की इस घटना के बाद फिर से लोगों में आक्रोश फैल गया है।
मणिपुर में एक भयावह घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है जिसने सबको हिलाकर रख दिया है। वीडियो में दिख रहा है कि पुरुषों के ग्रुप द्वारा दो महिलाओं को नग्न घुमाया जा रहा है। इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) ने कहा है कि महिलाओं के साथ पास के खेत में कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया है। यह दुखद घटना 4 मई को राज्य की राजधानी इम्फाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में हुई थी। तब मैतेई समुदाय के लोगों द्वारा अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर मैतेई और कुकी जनजातियों के बीच हिंसा जारी थी।
#मणिपुर_में_हैवानियत #Shameless #shameful act in #Manipur !
We want justice for #Meitei and #Kuki !!
An order to the Govt. of #India ????watch video
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.#ManipurViolence #GodiMedia #मणिपुर #नरेंद्र_मोदी_इस्तीफा_दो #NBirenSingh pic.twitter.com/1oBNDeWbFT— बजरंगBhakt ???? (@Bajrang_Bhkt) July 20, 2023
कुकी जनजाति का प्रतिनिधित्व करने वाले आईटीएलएफ ने एक बयान जारी करते हुए दावा है कि दोनों पीड़ित कुकी जनजाति की हैं। वीडियो में मैतेई समुदाया की बड़ी भीड़ महिलाओं को धान के खेत की ओर ले जाती हुई दिख रही है। वे उनके साथ लगातार छेड़छाड़ करते हुए दिखाई दे रहे हैं। जबकि असहाय पीड़ित महिलाएं रो रही हैं और बंधक बनाने वालों से गुहार लगा रही हैं। घटना की भयावहता तब और बढ़ गई जब अपराधियों ने पीड़ितों की पहचान उजागर करते हुए सोशल मीडिया पर वीडियो भी शेयर कर दिया।
आईटीएलएफ ने राष्ट्रीय महिला आयोग और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग से इस जघन्य कृत्य के जवाब में तत्काल कार्रवाई करने की अपील की है। फिलहाल मणिपुर पुलिस ने घटना से संबंधित गिरफ्तारी या दर्ज मामलों के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। आईटीएलएफ ने कहा कि इन निर्दोष महिलाओं को जिस भयानक यातना का सामना करना पड़ा, उसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए। वहीं नेताओं और आम नागरिकों ने सोशल मीडिया पर इस घटना पर आश्चर्य के साथ आक्रोश व्यक्त किया है।
राज्य सरकार ने प्रेस बयान जारी करके कहा है कि पिछले 24 घंटे में राज्य में शांति की स्थिति बनी हुई है। 4 मई को जो वीडियो वायरल हो रहा है, उस मामले में संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। राज्य की पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। स्टेट पुलिस और केंद्रीय बल लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। राज्य में 126 चेक प्वाइंट्स बनाए गए हैं और अभी तक 400 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। राज्य सरकार ने आम लोगों से शांति बहाली की अपील भी की है।
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