यमुना में आई बाढ़ की वजह से मथुरा के सौ से ज्यादा गांव में पानी भर गया तो 50 से ज्यादा कॉलोनी जलमग्न हो गई। घरों में पानी घुसा तो उनमें रहने वाले लोगों ने सुरक्षित स्थानों की तलाश शुरू की। प्रशासन ने बाढ़ राहत केंद्र बनाए। मथुरा की सदर तहसील में बनाए गए 9 से ज्यादा बाढ़ राहत केंद्रों में अभी तक 3 हजार से ज्यादा पीड़ित शरण लिए हुए हैं। वहीं सैकड़ों पशुओं को भी रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर लाया गया है।
इसी बीच, बाढ़ में फंसे लोगों के हाल जानने के लिए BJP के वृंदावन विधायक श्रीकांत शर्मा पहुंचे। राहत सामग्री भी लोगों को दी। राहत शिविर में रहने वालों के लिए पूड़ियां भी बनाई। वहीं, प्रभारी मंत्री संदीप सिंह भी बाढ़ प्रभावित एरिया में स्टीमर पर पहुंचे। उन्होंने बाढ़ का जायजा लिया।
मथुरा में बाढ़ आए 4 दिन हो गए। सदर तहसील के अधिकांश इलाके पानी में डूबे हुए हैं। ऐसे में 4 दिन बाद जिले के प्रभारी मंत्री संदीप सिंह बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने अलीगढ़ से मथुरा पहुंचे। यहां उन्होंने डीएम पुलकित खरे के साथ स्टीमर से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। प्रभारी मंत्री ने स्थिति के बारे में अधिकारियों से जानकारी की। इस दौरान उन्होंने अभी भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में रह रहे लोगों से राहत केंद्रों पर पहुंचने की अपील की।
प्रभारी मंत्री संदीप सिंह बिरला मंदिर के पास बनाए गए राहत शिविर पर पहुंचे। यहां प्रभारी मंत्री ने महिलाओं को महिला सम्मान किट वितरित की। जिसमें सैनिटरी पैड, साबुन, तौलिया, सूती कपड़ा, डिस्पोजल बैग के अलावा एक मग था। इसके बाद उन्होंने वहां रह रहे पीड़ितों को राशन किट वितरित की।
श्री कांत शर्मा बाढ़ राहत शिविर हजारीमल सोमानी इंटर कॉलेज पहुंचे। यहां उन्होंने राहत शिविर में रह रहे लोगों से बातचीत की। श्री कांत ने बाढ़ पीड़ितों से पूछा कि किसी तरह की उनको कोई दिक्कत तो नहीं आ रही। पीड़ितों का हाल जानने के बाद जब श्री कांत शर्मा उनके लिए बनाए जा रहे खाना का जायजा लेने पहुंचे। यहां हलवाई पूड़ी बना रहे थे। श्री कांत शर्मा ने गुणवत्ता का जायजा लिया और फिर खुद ही कढ़ाई में पूड़ी सेंकने लगे। बाद में यही पूड़ियां लोगों को बांटी गई। हालांकि कल मथुरा बाढ़ में कल 7 cm की कमी आयी थी
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