
यूनिक समय, मथुरा। गीता शोध संस्थान और रासलीला अकादमी द्वारा आयोजित “ज्ञान-सफलता की पहचान” कार्यक्रम में बच्चों को श्रीमद्भगवद गीता के प्रेरक प्रसंगों से अवगत कराया गया। यह कार्यक्रम गौरांग इंस्टीट्यूट फॉर वेदिक एजुकेशन (गिव गीता संस्था) के सहयोग से उच्च प्राथमिक विद्यालय तेहरा में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में गिव गीता संस्था के प्रतिनिधि अवतारी कृष्ण दास प्रभु ने श्रीमद्भगवद गीता पर विस्तृत व्याख्यान दिया। लगभग 150 विद्यार्थियों ने अपने शिक्षा गुरुओं के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया और गीता के महत्व को समझा। उन्होंने बच्चों को गीता के सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया।
प्रो. दिनेश खन्ना के मार्गदर्शन में चल रहे इस कार्यक्रम में रासाचार्य स्वामी घनश्याम भारद्वाज ने बच्चों को अपने गुरु वर्ग का सम्मान करने और प्रतिदिन माता-पिता के चरण स्पर्श करने की सलाह दी। अवतारी कृष्ण दास ने बच्चों को गिव गीता ऐप अपने मोबाइल में डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया, ताकि वे प्रतिदिन गीता प्रवचन सुन सकें।
इस अवसर पर प्रधानाचार्या श्रीमती मोनिका शर्मा, मल्लिका चटर्जी, श्रीमती मुकेश, कमलेश कुमारी, सरिता जोशी, मोहन सिंह और सुनीता सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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