
यूनिक समय, मथुरा। मथुरा कृषि उत्पाद मंडी समिति में इन दिनों गेहूं की आवक जोरों पर है। खेतों से बड़ी संख्या में किसान अपनी फसल लेकर मंडी पहुंच रहे हैं। लेकिन बदलते मौसम और आसमान में छाए काले बादलों ने उनकी चिंता बढ़ा दी है। हाल में हुई हल्की बारिश और तेज हवाओं ने किसानों के मन में फसल को लेकर आशंका पैदा कर दी है।
किसानों का कहना है कि मंडी में खुले में रखा गेहूं बारिश के कारण भीग सकता है, जिससे उसकी गुणवत्ता प्रभावित होगी और आर्थिक नुकसान भी हो सकता है। इस पर मंडी समिति और आढ़तियों ने भरोसा दिलाया है कि बारिश से बचाव के लिए तिरपाल और शेड की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
राजकीय गेहूं क्रय केंद्र प्रभारी हरकेश कुमार ने बताया कि मौसम की अनिश्चितता के बावजूद फसल को सुरक्षित रखने के सभी इंतजाम किए गए हैं। अगर बारिश होती भी है, तो किसानों की फसल को नुकसान नहीं पहुंचेगा। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि अधिकतर क्रय केंद्रों पर बारदाने की कमी हो गई है, जिसकी मांग खाद्य विभाग के डिप्टी एआरएमओ को भेज दी गई है।
वहीं, आढ़तियों का कहना है कि इस बार का गेहूं सीजन बीते वर्षों की तुलना में काफी अच्छा जा रहा है। आढ़ती उमेश चंद्र शास्त्री के अनुसार, बीते वर्षों में चुनावी गतिविधियों के चलते मंडी की गतिविधियां ठप रहीं, लेकिन इस बार किसान बड़ी संख्या में फसल लेकर पहुंच रहे हैं।
कुल मिलाकर, मौसम की अनिश्चितता और व्यवस्थागत चुनौतियों के बावजूद मंडी समिति और संबंधित विभाग किसानों की फसल को सुरक्षित रखने और उन्हें उचित मूल्य दिलाने के प्रयास में जुटे हैं।
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