मथुरा के सौंख में जहरीला पदार्थ खाने से मां-बेटी की मौत के बाद दूसरी बेटी भी जिंदगी और मौत की जंग से हार गई। उपचार के दौरान हॉस्पिटल प्रशासन और ग्रामीणों बीच विवाद भी हुआ था लेकिन 11वर्षीय बेटी की देर रात करीब 12 बजे मौत हो गई। सूचना पर सीओ मय फोर्स के हॉस्पिटल पहुंच गए। और मृतक बेटी के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम को भेज दिया। इस घटना से हर कोई ग्रामीण का दिल दहल गया।
जानकारी के अनुसार थाना मगोर्रा के गांव आजल निवासी विवाहिता नीरज देवी (35) पत्नी उदयवीर सिंह ने सोमवार की देर शाम करीब आठ बजे गृहक्लेश के चलते जहरीला पदार्थ खा लिया था। उसके बाद बेटी ज्योति और गुंजन को खांसी व बुखार की दवाई बताकर खिला दिया। जबकि बेटी जिया ने दवाई को खाने से इंकार कर दिया। एक घंटे बाद जब विवाहिता सहित दोनों बेटियों को उल्टियां होने लगी तो परिजनों को लगा की तबियत खराब हो गई है।
पति उदयवीर सिंह अपने खेत पर गया हुआ था। परिजन विवाहिता सहित दोनों बेटियों को उपचार के लिए केएम हॉस्पिटल में भर्ती कराया। मंगलवार को विवाहिता नीरज और 6 वर्षीय बेटी गुंजन ने उपचार के दौरान मौत हो गई थी।
दूसरी बेटी ज्योति जिदंगी और मौत की लड़ाई लड़ रही थी। लेकिन इस जिंदगी की जंग में 11 वर्षीय बेटी ज्योति देर रात करीब 12 बजे हार गई। इस घटना से गांव में गमगीन का माहौल है।
सूचना पर सीओ गोवर्धन राममोहन शर्मा मय फोर्स के हॉस्पिटल पहुंच गए। मृतक ज्योति के शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम को भेज दिया। इससें परिजनों में कोहराम मच गया।
गोवर्धन के क्षेत्राधिकारी राममोहन शर्मा ने बताया कि केएम हॉस्पिटल में उपचार के दौरान 11 वर्षीय ज्योति की मौत हो गई। सूचना पर मैं पहुंचा। मृतक का पंचनामा भर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही घटना के तथ्य सामने आएंगें।
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