
यूनिक समय, नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक (PNB) से जुड़े 13,500 करोड़ रुपये के घोटाले में वांछित हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को आखिरकार बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि चोकसी इलाज के लिए बेल्जियम पहुंचा था, जहां से उसे एक अस्पताल से पकड़ा गया।
सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की सक्रियता और प्रत्यर्पण की औपचारिक अपील के बाद बेल्जियम की पुलिस ने कार्यवाही की। मेहुल चोकसी 2018 में भारत से फरार हो गया था और कई सालों तक कानून से बचता रहा।
सूत्रों के अनुसार, बेल्जियम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वहां के राजा फिलिप के बीच हालिया बातचीत के दौरान मेहुल चोकसी का मामला भी उठा था। इसके बाद ही गिरफ्तारी की प्रक्रिया में तेजी आई।
वह पहले कैरेबियन देश एंटीगुआ और बारबुडा गया था, जहां उसने नागरिकता भी हासिल कर ली थी। फिर वह डोमिनिका पहुंचा, जहां गैरकानूनी प्रवेश के आरोप में उसे पकड़ा गया था, लेकिन भारत के पास उन देशों से प्रत्यर्पण की कोई व्यवस्था नहीं थी।
बताया जा रहा है कि मेहुल की कंपनियां बेल्जियम में लंबे समय से कारोबार कर रही थीं। उसने वहां अपनी बेल्जियन पत्नी के जरिए ‘एफ रेजीडेंसी कार्ड’ भी हासिल कर लिया था, जिससे उसे व्यापार और निवास की सुविधा मिल रही थी।
हालांकि गिरफ्तारी के बाद अब प्रत्यर्पण प्रक्रिया शुरू हो गई है, लेकिन कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि चोकसी अदालत में कानूनी पैंतरे आजमा सकता है। अगर भारत उसे वापस लाने में सफल होता है, तो यह एजेंसियों के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी और PNB घोटाले की जांच में नया मोड़ आ सकता है।
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