मोहाली के चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में हुए वीडियो प्रकरण ने पूरे देश में तहलका मचा रखा है। हंगामा मचने और विरोध प्रदर्शन के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने 6 दिन के लिए अवकाश घोषित कर दिया है। हाई वोल्टेज मामले की जांच अब दो राज्यों की पुलिस कर रही है। दरअसल, इस बड़े कांड का खुलासा सिर्फ एक कॉल की वजह से हो पाया, नहीं तो अभी न जाने कब तक छात्राओं के वीडियो बनाए जाते। अब तक इस मामले में क्या-क्या हुआ
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी एमएमएस कांड में अभी तक कई खुलासे हो चुके हैं। लेकिन आपको पता होना चाहिए कि इसका पर्दाफाश भी एक कॉल से ही हुआ। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की डीन का कहना है कि जब आरोपी छात्रा से पूछताछ की जा रही थी तब भी उसके मोबाइल पर लगातार मैसेज और कॉल्स आ रहे थे। तब छात्रा का फोन स्पीकर पर किया गया। कॉल करने वाला कोई तीसरा ही व्यक्ति था। डीन के मुताबिक छात्रा से कहा गया कि वह अपने दोस्त से पूछे कि क्या उसके पास कोई वीडियो है तो छात्रा के दोस्त ने तुरंत एक वीडियो का स्क्रीनशॉट भेजा। तब छात्रा से सख्ती से पूछताछ की जाने लगी लेकिन वह बार-बार कहती रही कि उसने सिर्फ अपने दोस्त को ही वीडियो भेजा था।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के इस हिला देने वाले कांड का खुलासा अचानक ही नहीं हुआ। हुआ ऐसा कि जब आरोपी स्टूडेंट बाथरूम के दरवाजे के नीचे से वीडियो बना रही थी, तभी कुछ छात्राओं ने उसे देख लिया। फिर यह शिकायर हॉस्टल की वार्डन से की गई। वार्डन ने आरोपी छात्रा से पूछताछ की तो उसने यह माना कि हां कुछ वीडियो उसने बनाए हैं। उसने यह भी कबूल किया कि उसने वह वीडियो कुछ लोगों को भेजे भी थे।
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी कांड की जांच अब हिमाचल प्रदेश तक पहुंच गई है और एक 31 वर्षीय युवक को शिमला से हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। चंडीगढ पुलिस के साथ ही अब शिमला पुलिस भी मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। पुलिस ने 24 घंटे में कुल 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें आरोपी छात्रा भी शामिल है। जबकि उसके ब्वायफ्रेंड 23 वर्षीय सनी रोहड़ का रहने वाला है, यह वही सख्श है जिसे आरोपी छात्रा लड़कियों की नहाते हुए वीडियो बनाकर भेजा करती थी। मामले में अभी तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मामले की जानकारी होते ही भारी संख्या में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। छात्रों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए पुलिस भी एक्शन में आई और सीएम भगवंत मान ने भी जांच के आदेश दिए। वहीं आधी रात तक छात्रों का प्रदर्शन जारी रहा। छात्रों का आरोप है कि पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन पूरी तरह से मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है। वहीं चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में लॉक की गई छात्राओं ने गेट और बाउंड्री तोड़कर भागीं और जमकर प्रदर्शिया और नारेबाजी की। इस मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। वहीं पुलिस इसे अफवाह बताने पर तुली है।
पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन पूरे मामले में दावा किया कि आरोपी छात्रा ने सिर्फ अपने ही अश्लील वीडियोज अपने ब्वायफ्रेंड को भेजे हैं। जबकि शुरू में यह बात सामने आई थी कि 60 से ज्यादा छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाए गए। जिनमें से आधा दर्जन से ज्यादा छात्राओं ने आत्महत्या तक करने की कोशिश की। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन आत्महत्या करने की कोशिश की बात को सिरे से नकार दिया है। पुलिस ने भी अपने बयान में इसे कोरी अफवाह बताया लेकिन छात्रों के भारी विरोध के चलते एक्शन जारी है।
इस मामले की गूंज दिल्ली तक पहुंची तो राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी कड़ी कार्रवाई की बात कही है। आयोग ने कहा कि पीड़ित छात्राओं को उचित सलाह दी जाए। आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने पंजाब पुलिस के महानिदेशक और विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर को भी पत्र लिखकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। आयोग ने कहा है कि मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच की जानी चाहिए। वहीं पंजाब महिला आयोग की अध्यक्ष मनीषा गुलाटी ने भी यूनिवर्सिटी का दौरा करके सच्चाई जानने की कोशिश की है।
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