नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं। गृहमंत्री अमित शाह ने आज राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर को लेकर सरकार का संकल्प पत्र पेश किया. शाह ने कहा कि कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले आर्टिकल 370 में बड़ा बदलाव किया है। अब सिर्फ आर्टिकल 370 का खंड A लागू रहेगा. बाकी खंड तुरंत प्रभाव से खत्म कर दिए गए हैं. गृहमंत्री ने इसके साथ ही आर्टिकल 35A भी हटाए जाने का ऐलान किया। शाह ने कश्मीर के पुनर्गठन प्रस्ताव भी पेश किया है। अब जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश होगा, जबकि लद्दाख को भी अलग कर केंद्रीय शासित प्रदेश बनाया गया है।
राज्यसभा में अमित शाह के बयान के बाद विपक्ष का जोरदार हंगामा शुरू हो गया है। अमित शाह के कश्मीर पर तीन बड़े ऐलान के बाद विपक्ष की नारेबाजी जारी है। उनका आरोप है कि सरकार ने उन्हें इस तरह के किसी बिल की पहले जानकारी नहीं दी थी। इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में उनके घर पर कैबिनेट की मीटिंग हुई। बताया जा रहा है कि इसी मीटिंग में कश्मीर को लेकर तीन बड़े फैसले लिए गए।
बता दें कि रविवार देर रात पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) नेता उमर अब्दुल्ला को रविवार देर रात नजरबंद किया गया है. कांग्रेस नेता उस्मान माजिद और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) नेता एम वाई तारिगामी ने ये दावा किया.
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