
नई दिल्ली। मई महीना यूं तो कोरोना महामारी के नजरिये से सबसे खराब रहा, लेकिन यह महीना मौसम के लिहाज़ से काफी अच्छा रहा। इस महीने ने अच्छे मौसम के एक या दो नहीं, बल्कि 6 नए रिकॉर्ड भी बनाए। इनमें सबसे खास बात यह है कि इस बार मई का महीना पिछले कई दशक में सबसे ठंडा होने जा रहा है, यानि इस साल मई के महीने में सबसे कम तापमान दर्ज किया गया. साथ ही चक्रवाती तूफान ‘टाउते’ के असर की वजह से भी इस महीने सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
स्काईमेट वेदर के वाइस प्रेसिडेंट एवं मुख्य विज्ञानी डॉ. महेश पालावत बताते हैं कि मई माह की सबसे खास बात यह रही कि इस दौरान हीट वेव नहीं चली। बारिश ज्यादा हुई है, जैसे उत्तर प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में। कुल मिलाकर बारिश सामान्य से काफी ज्यादा हुई है।
वह बताते हैं कि पश्चिमी विक्षोभ आने की वजह से देश के अधिकांश इलाकों में बारिश काफी अधिक हुई, जिसका मौसम पर पूरा प्रभाव रहा और गर्म हवाएं नहीं चल पाईं।
वहीं मई माह के अभी तक के मौसम विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो इससे पता चलता है कि इस महीने 24 घंटे की अभी तक की सबसे कम अधिक बारिश दर्ज की गई, जोकि 119 मिमी रही. वहीं, इस माह 1951 के बाद सबसे कम अधिकतम तापमान भी दर्ज किया गया, जोकि 23.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम विभाग के अनुसार, इस माह पिछले 10 सालों में सबसे कम न्यूनतम तापमान रहा, जोकि 19.3 डिग्री सेल्सियस रहा. साथ ही तापमान में सबसे कम अंतर 19 मई को रहा, 2.4 डिग्री सेल्सियस, जिसमें न्यूनतम पारा 21.4 और अधिकतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
खास तथ्य यह भी है कि बीते 10 सालों में केवल एक माह में अब तक की सबसे ज्यादा बारिश हुई, जोकि 123 मिमी दर्ज की गई।
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