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टोंक। एक तरफ पूरा प्रदेश और देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है वहीं दूसरी तरफ मिलावटखोर संकट के इस दौर में भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। वे खाद्य पदार्थों में मिलावट करके मुनाफाखोरी में जुटे हैं। ताजा मामला टोंक जिले के निवाई में सामने आया है। यहां पुलिस ने एक मिलावटखोर के खिलाफ कार्रवाई कर उसके कब्जे से 6 क्विंटल से ज्यादा नकली देसी घी बरामद किया है। इस मामले में फैक्ट्री मालिक समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
निवाई थानाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि खण्देवत रोड़ स्थित आसजी की ढाणी में दो मकानों में विभिन्न ब्रांड के नाम से नकली देसी घी बनाने का कारखाना चल रहा था। इसकी सूचना पर बुधवार को वहां छापा मारा गया। वहां सरस, लोट्स, मंथन और कृष्णा सहित विभिन्न प्रकार के ब्रांड नाम से नकली देसी घी के पैकेट मिले. मौके पर नकली देसी घी बनाने का सामान और विभिन्न ब्रांड के घी के बड़ी संख्या में खाली पैकेट भी मिले हैं।
उसके बाद तत्काल प्रवर्तन निरीक्षक कीर्ति शर्मा और फूड इंस्पेक्टर मदनलाल गुर्जर को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही दोनों अधिकारी मौके पर पहुंचे और नकली देसी घी के कारखाने से विभिन्न प्रकार के ब्रांड के पैकेट के सेम्पल लिए। मौके से वनस्पति घी, सोयाबीन का तेल और देशी घी की खूशबू वाला केमिकल बरामद कर जब्त किया गया है। इस सामग्री को मिलाकर यहां नकली देसी घी बनाया जाता था। उसके बाद उसे शहरी और ग्रामीण इलाकों में अलग अलग नाम से बेचा जाता है।
प्रवर्तन निरीक्षक कीर्ति शर्मा ने बताया कि यहां मिलावटखोर एगमार्क, बैच नंबर और पैकिंग की तारीख सब कुछ नकली लगाकर ग्राहकों से धोखाधड़ी कर मोटी कमाई करने में जुटा था। मौके से 651 किलो नकली देसी घी, 225 किलो वनस्पति घी और 105 किलो रिफाइंड तेल सहित कई प्रकार की सामग्री जब्त की गई है। इस मामले में फैक्ट्री मालिक पदमचंद जैन और फैक्ट्री में काम करने वाले विजय शर्मा को गिरफ्तार किया गया है।
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