नई दिल्ली। गोवा की बीजेपी सरकार शादी को लेकर जल्द ही एक कानून बनाने जा रही है. इस कानून के तहत शादी से पहले एचआईवी टेस्ट कराना अनिवार्य होगा. गोवा के स्वास्थ्य और कानून मंत्री विश्वजीत राणे ने कहा कि सरकार विवाह के रजिस्ट्रेशन से पहले एचआईवी टेस्ट अनिवार्य करने पर विचार कर रही है. इस प्रस्ताव पर कानून विभाग की राय भी ली जा रही है.
गोवा के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि फिलहाल इसके लिए प्रयास जारी है. प्रस्ताव को कुछ विभागों के पास भेजा गया है. विचार-विमर्श के बाद ही इसे अमलीजामा पहनाया जाएगा. अगर विभाग मंजूरी दे देते हैं तो हम विधानसभा के मॉनसून सत्र में कानून बनाएंगे. मॉनसून सत्र 15 जुलाई से शुरू हो रहा है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि इस कानून के साथ ही शादी से पहले थैलीसिमिया का टेस्ट भी जरूरी किया जाए ताकि इस बीमारी से पीड़ित माता-पिता के बच्चे इस बीमारी से ग्रसित न हों. उन्होंने कहा कि वे दोनों कानून को एक साथ लागू करवाने के पक्ष में हैं और यह संभव भी है क्योंकि गोवा प्रगतिशील राज्य है.
2006 में भी हुई थी कोशिश
गोवा में शादी से पहले एचआईवी टेस्ट को लेकर कानून बनाने की बात पहली बार नहीं हो रही है. इससे पहले 2006 में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री दयानंद नारवेकर ने एक प्रस्ताव रखा था, जिसमें गोवा कैबिनेट ने विवाह से पहले एचआईवी टेस्ट को अनिवार्य बनाने वाले कानून को मंजूरी दी थी. हालांकि यह पूरे तरीके से लागू नहीं हो पाया.
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