इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति ने फिर से सप्ताह में 70 घंटे काम करने की बात का समर्थन किया है। उन्होंने इसके लिए अपने जीवन का उदाहरण दिया और कहा वे पिछले 40 साल से सप्ताह में 70 घंटे काम करते हैं। यही उनकी सफलता का राज भी है। इससे पहले नारायण मूर्ति तब चर्चा में आ गए थे जब उन्होंने पैरेंट्स से कहा कि वे बच्चों को शुरूआती उम्र से काम करने की एथिक्स सिखाएं। हाल में ही एक इंटरव्यू के दौरान नारायण मूर्ति ने कहा कि वे सुबह 6.20 से शाम को 8.30 बजे तक काम करते हैं और यही वर्क कल्चर वे इंफोसिस की स्थापना से समय से फॉलो कर रहे हैं।
नारायण मूर्ति ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि वे सप्ताह में 6 दिन काम करते हैं। काम की शुरूआत सुबह 6 बजकर 20 मिनट से होती है और शाम को 8 बजकर 30 मिनट तक वे काम करते हैं। उन्होंने इंटरव्यू के दौरान कहा कि जो भी देश समृद्धशाली बने हैं, उसके पीछे कठिन मेहनत है। मूर्ति ने इसके लिए अपने माता पिता को धन्यवाद दिया जिन्होंने बचपन से ही ज्यादा से ज्यादा समय तक काम करने के लिए प्रेरित किया। कहा कि मेरे पिता ने सिखाया कि गरीबी से बाहर निकलना है तो ज्यादा से ज्यादा समय तक काम करना होगा। उन्होंने कहा कि आप जितने घंटे काम करेंगे उतने ज्यादा प्रोडक्टिव होंगे।
नारायण मूर्ति ने कहा कि 40 से ज्यादा प्रोफेशनल लाइफ में वे हमेशा सप्ताह के 70 घंटे काम करते रहे हैं। बताया कि 1994 के दौरान वे सप्ताह के 6 दिनों में 85 से 90 घंटे तक काम करते थे। इससे कोई नुकसान नहीं है। नारायण मूर्ति ने कुछ महीने पहले इंफोसिस के पूर्व सीएफओ मोहनदास पई के साथ बातचीत के दौरान सप्ताह में 70 घंटे काम करने की बात कही थी, जिसके बाद यह चर्चा पूरे देश में बहस बन गई। अब फिर से नारायण मूर्ति ने अपनी बात का समर्थन किया है।
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