लॉकडाउन के दौरान पुलिस ज्यादातर कोरोना महामारी को रोकने के लिए ड्यूटी में व्यस्त रही हैं। ऐसे में स्वभाविक है कि पेंडिग केसों के निपटारे में समय नहीं मिला। अब लॉकडाउन शर्तों के साथ खुलने पर इनको भी निपटाना होगा। इसके लिए पुलिस अधीक्षक सुलोचना गजराज ने शहर थाना से डीएसपी मित्रपाल, प्रबंधक थाना व सभी चौकी इंचार्जों की मीटिग ली। इसमें उन्होंने लॉकडाउन के चलते थाना व चौकियों में पेंडिग मामलों का जल्द निपटारा करने के निर्देश दिए। मीटिग में पुलिस अधीक्षक ने केस डायरी का अध्ययन किया और चौकियों में पेंडिग केसों के बारे में सभी चौकी इंचार्जों व प्रबंधक से बारी-बारी पूछताछ की।
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कहा कि पेंडिग मामलों का जल्द से जल्द निपटारा करे क्योंकि कोरोना संक्रमण महामारी अभी खत्म नहीं हुई हैं। इसमें अभी समय लगेगा। इसलिए अब इसका बहाना न बनाए बल्कि पूरी मेहनत से कार्य कर करे। जल्द ही दोबारा मीटिग ली जाएगी। इसमें सभी चौकी इंचार्ज पेंडिग मुकदमों व दऱखास्तों की सूची बनाकर उनके समक्ष पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि थाना चौकियों में तैनात पुलिस कर्मचारियों का जब तबादला होता हैं तो वह कर्मचारी अपने केसों की फाइल पूरी करने के बाद चार्ज देकर अगली तैनाती पर जाए। इसमें कोई कोताही न बरतें। इसके बाद एसपी ने कहा कि उन अपराधियों की एक सूची बनाएं जिनके खिलाफ पांच या इससे अधिक मुकदमे दर्ज हैं और बार-बार अपराध करते हैं। इसके साथ उन व्यक्तियों की भी सूची तैयार करें जो बार-बार पुलिस को अपराध होने की झूठी सूचना देते हैं। ऐसे लोगों पर भी कानूनी कार्यवाही करे।
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कोरोना संक्रमण से भी करें बचाव :
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए थाना के अंदर किसी को पूछताछ के लिए नहीं बुलाएं। थाना के गेट पर ही ड्यूटी अधिकारी थाना में आने वाले शिकायतकर्ता की शिकायत वही पर लेगा और वही सुनवाई करेगा। किसी मुकदमे में आरोपित को गिरफ्तार करे तो हाथ में ग्लब्ज जरूर पहने, चेहरे पर मास्क लगाए व आरोपित के चेहरे पर भी मास्क हो और उससे दूर होकर बात करे। रात में आरोपित को बर्तन में खाना न दें और डिस्पोजल का प्रयोग करें।
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