यूनिक समय, मथुरा। साल के पहले ही दिन बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिससे वहाँ पैर रखने तक की जगह नहीं मिल रही थी। वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर मार्ग पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ के बीच बुधवार सुबह एक अर्थी फंस गई। शव यात्रा में शामिल लोगों ने बड़ी मुश्किल से अर्थी को भीड़ के बीच से निकालकर मोक्षधाम तक पहुँचाया।
वहाँ के लोगों का कहना है कि जयपुरिया भवन के सामने कुम्हार पाड़ा निवासी 56 वर्षीय शारदा की मंगलवार देर रात साइलेंट हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी। उनकी शव यात्रा सुबह साढ़े दस बजे बांके बिहारी बाजार से होकर मोक्षधाम के लिए निकली। अत्यधिक भीड़ के कारण अर्थी को मोक्षधाम तक ले जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
अंतिम यात्रा में शामिल लोग भीड़ की वजह से इधर-उधर हो गए। घर से बांके बिहारी बाजार तक भारी भीड़ होने के कारण अर्थी ले जाने में बड़ी कठिनाइयाँ झेलनी पड़ीं।
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