
यूनिक समय, नई दिल्ली। भारतीय सेना ने हाल ही में एक बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि पाकिस्तान ने अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर को निशाना बनाकर ड्रोन के जरिए मिसाइल हमले की कोशिश की थी। हालांकि, भारत की सतर्क और आधुनिक वायु रक्षा प्रणाली ने समय रहते इस हमले को नाकाम कर दिया। सेना के अनुसार, AKASH मिसाइल सिस्टम और L-70 एयर डिफेंस गन ने पंजाब और स्वर्ण मंदिर को गंभीर क्षति से बचाया।
इस संबंध में 15 इन्फैंट्री डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल कार्तिक सी. शेषाद्रि ने बताया कि पाकिस्तान की इस दुस्साहसिक हरकत का माकूल जवाब दिया गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना का ऑपरेशन सिंदूर केवल फिलहाल स्थगित हुआ है, समाप्त नहीं, और इसकी अगली कार्रवाई और भी निर्णायक होगी।
अमृतसर में सोमवार को हुए एक सैन्य प्रदर्शन के दौरान सेना ने यह भी दिखाया कि कैसे भारत की बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली — जिसमें दिन-रात निगरानी करने की क्षमता, सटीक लक्ष्य निर्धारण, और मिसाइल व तोपों का संतुलित उपयोग शामिल है — ने देश की सुरक्षा सुनिश्चित की।
मेजर जनरल शेषाद्रि ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के उस बयान की ओर इशारा किया जिसमें वर्ष 2025 को रक्षा सुधारों का वर्ष घोषित किया गया है।
भारतीय सेना अब तेजी से आधुनिकीकरण की दिशा में बढ़ रही है और एक मजबूत, स्वदेशी रक्षा प्रणाली विकसित कर रही है, जो हर मौसम और किसी भी खतरे का सामना करने में पूरी तरह सक्षम है। सेना का कहना है कि भारत की एयर डिफेंस क्षमता अब वैश्विक स्तर पर एक प्रभावशाली शक्ति के रूप में उभर रही है।
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