नवजोत सिंह सिद्धू…हाईप्रोफाइल लाइफ जीने वाले पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान का नया ठिकाना पटियाला सेंट्रल जेल हो सकता है। 34 साल पुराने रोड रेज केस में गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को एक साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। कहा जा रहा है कि उन्हें पटियाला सेंट्रल जेल में रखा जाएगा। राज्य सरकार ने भी उन्हें किसी भी स्पेशल ट्रीटमेंट से भी इनकार कर दिया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस सिद्धू के कुछ फीट जेल में रहने की बात कही जा रही है, वह 50 हजार वर्ग फीट के आलीशान मकान में रहते हैं। जिसमें स्पा से लेकर जिम तक की सुविधाएं हैं। Photos में देखिए सिद्धू का आलीशान मकान और जानिए इसकी खासियत…
सिद्धू अमृतसर में 49 हजार 500 वर्ग फीट एरिया में बने ऑलीशान बंगले में रहते हैं। इस बंगले की कीमत 25 करोड़ है। यह मकान साल 2014 में बनकर तैयार हुआ लेकिन सिद्धू फैमिली के साथ इसमें साल 2017 में शिफ्ट हुए। इस बंगले में स्विमिंग पूल, जिम और स्पा जैसी लग्जरी सुविधाएं हैं।
सिद्धू ने अपने इस आलीशान बंगले में बड़ा सा एक लॉन भी बना रखा है। एक बेहद शानदार गार्डन भी है। जिसमें कीमती से कीमती पेड़ लगे हैं। इस गार्डन में 100 से 600 साल पुराने पेड़ भी हैं। गार्डन में ऑलिव के पेड़ हैं। 10 पेड़ तो सिर्फ बोगन विलिया के हैं, जो करीब 100 से 150 साल पुराने हैं। इन पेड़ों को देखने के लिए दूर दूस से लोग देखने आते हैं। गार्डन में एक ओपन डाइनिंग एरिया भी है।
सिद्धू के मकान में एक बड़ा शिवलिंग स्थापित करवाया है। जिसे ढाई करोड़ रुपए में सिंगापुर से मंगवाया गया है। घर में बने मंदिर में माता गायत्री, भगवान गणेश और दूसरे भगवान की कीमती मूर्तियां लगी हैं। एक दूसरे कमरे में श्री गुरुग्रंथ साहिब रखे गए हैं। मंदिर भी काफी शानदार बनाया गया है।
सिद्धू लग्जरी गाड़ियों के शौकिन हैं। उनके पास चार गाड़ियां है। इनमें 13 लाख की टोयोटा लैंडक्रूजर, 11.50 लाख की टोयोटा कोरोला, 4.60 लाख की एंबसेंडर और 13.40 लाख फोरेड एंडेवर हैं। सिद्धू दो रेजिडेंशियल मकानों के मालिक हैं हैं। जिसमें से एक की कीमत 60 लाख और दूसरे की 70 लाख है।
सिद्धू की फैमिली में उनकी पत्नी नवजोत कौर, बेटी राबिया और बेटा करण है। पत्नी पेशे से डॉक्टर हैं, जो राजनीति में भी आ चुकी हैं। बेटा-बेटी विदेश में रहकर पढ़ाई करते हैं। चुनाव के दौरान बेटी ने सिद्धू के लिए कैंपनिंग भी की थी। सिद्धू की पहचान अलग-अलग क्षेत्रों में रही है।
गुरुवार को सिद्धू को तीन दशक पुराने रोज रेज मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एक साल की सजा सुनाई है। 27 दिसंबर 1988 की शाम सिद्धू अपने एक दोस्त रूपिंदर सिंह संधू के साथ पटियाला के शेरावाले गेट की मार्केट पहुंचे। वहां कार पार्किंग को लेकर 65 साल के बुजुर्ग गुरनाम सिंह से उनका विवाद हो गया। यह इतना बढ़ा कि हाथापाई की नौबत तक आ गई। गुस्से में सिद्धू ने गुरनाम सिंह को मुक्का मारा और घुटना मारकर गिरा दिया। बुजुर्ग को गहरी चोट लगी तो उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां उनकी मौत हो गई।
इसके तीन साल बाद पंजाब की तत्कालीन सरकार ने सिद्धू के खिलाफ इसी मामले में हाईकोर्ट पहुंची। दिसंबर 2006 में उच्च न्यायालय ने सिद्धू और उनके दोस्त रूपिंदर को दोषी पाया और उन्हें तीन-तीन साल की कैद की सजा सुनाई। कोर्ट ने एक लाख का फाइन भी लगाया था। हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सिद्धू सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी। 15 मई 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने सिद्धू को सेक्शन 323 के तहत दोषी पाया। तब उन्हें जुर्माना लगाकर छोड़ दिया गया।
12 सितंबर 2018 को अदालत में एक रिव्यू पिटिशन पर सुनवाई को स्वीकार किया और इस साल 25 मार्च को रिव्यू पिटिशन पर अपने फैसले को सुरक्षित रख लिया था। गुरुवार को सुनवाई हुई और सिद्धू को एक साल की जेल की सजा दी गई। जानकारी मिल रही है कि सिद्धू शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव पिटीशन दायर सक सकते हैं। यह उनके लिए अंतिम मौका होगा।
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