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आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में राधास्वामी सत्संग सभा और पुलिस के बीच बढ़ा तनाव बरकरार है। हालांकि, इलाके में पिछले दो दिनों में शांति रही है। दयालबाग क्षेत्र में सोमवार को तनाव भरी शांति रही। रविवार को कब्जे हटाने के दौरान पथराव और उपद्रव का मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गया। सत्संगियों ने घायलों के वीडियो और फोटो सीएम को व्हाट्सएप पर भेजे हैं। सोमवार को दयालबाग क्षेत्र के बाजार खुले रहे और शैक्षणिक गतिविधियां भी सामान्य रहीं, हालांकि क्षेत्र में डीपीएस सहित बच्चों के स्कूल एहतियातन बंद रहे। लेकिन हैरानी की बात यह है कि पुलिस और सत्संगियों की ओर से रविवार के विवाद को लेकर अभी तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। प्रशासन की ओर से सत्संगियों को अपना पक्ष रखने का एक और मौका दिया गया है।
दरअसल, रविवार शाम को दयालबाग में राधास्वामी सत्संग सभा द्वारा सरकारी जमीन और सार्वजनिक रास्तों पर दोबारा कब्जा करने के बाद राजस्व विभाग की टीम पुलिस के साथ उसे हटाने गई थी। टेनरी वाले रास्ते पर लगे गेट को हटाने के लिए पुलिस और सत्संगियों के बीच में टकराव हुआ। जमकर पथराव हुआ। पुलिस और सत्संगियों की ओर से दर्जनों लोग घायल हुए थे। पुलिस ने बताया कि उनकी ओर से 16 लोग घायल हुए हैं। जबकि राधास्वामी सत्संग सभा के मीडिया प्रभारी एसके नैय्यर का कहना है कि उनकी तरफ से करीब 70 लोग घायल हुए हैं जिनका सरन अस्पताल में इलाज चल रहा है।
दोनों पक्षों की तहसील में बैठक
पुलिस और सत्संगियों के बीच हुई रविवार की रात 8 से 10 बजे तक सदर तहसील में बैठक हुई। बैठक में सत्संगियों ने कहा कि जिस रास्ते पर गेट लगा है वह सत्संग सभा के नाम दर्ज है। तहसीलदार ने कहा कि राजस्व अभिलेख में यह 1965 बंदोबस्त सजरा में सड़क दर्ज है। सड़क कभी किसी संस्था या व्यक्ति की नहीं होती और सुप्रीम कोर्ट के आदेश में प्रचलित रास्ते को बंद करने पर कार्रवाई का अधिकार तहसीलदार के पास है। बैठक में दो घंटे तक गर्मागर्म बहस होती रही। अंत में एडीएम प्रशासन ने सत्संगियों से दो टूक कहा कि रास्तों पर हुए अवैध कब्जे ध्वस्त होंगे।
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