
यूनिक समय, नई दिल्ली। PM मोदी ने शुक्रवार को नई दिल्ली के भारत मंडपम में SOUL लीडरशिप कॉन्क्लेव के पहले संस्करण का उद्घाटन करते हुए राष्ट्र निर्माण के लिए नेतृत्व विकास की अहमियत पर जोर दिया। इस अवसर पर उन्होंने स्वामी विवेकानंद का जिक्र करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद का विश्वास था कि अगर उनके पास 100 अच्छे नेता हों तो न केवल भारत को स्वतंत्रता मिल सकती थी, बल्कि वह देश को दुनिया का सबसे महान राष्ट्र भी बना सकते थे।
PM मोदी ने SOUL लीडरशिप कॉन्क्लेव के पहले संस्करण में कहा कि राष्ट्र के विकास के लिए नागरिकों का विकास बेहद आवश्यक है, और यह काम केवल बेहतरीन नेताओं के जरिए ही संभव हो सकता है। उन्होंने गुजरात का उदाहरण देते हुए कहा कि जब गुजरात अलग राज्य बना था, तो सबने अनुमान लगाया था कि गुजरात के पास संसाधन नहीं होने के कारण यह राज्य क्या कर पाएगा। हालांकि, गुजरात के नेताओं की दूरदृष्टि और नेतृत्व क्षमता के कारण राज्य ने तरक्की के नए आयाम छुए और आज वह देश का सबसे आगे बढ़ता राज्य बन चुका है।
PM मोदी ने यह भी कहा कि 21वीं सदी में ऐसे नेताओं की आवश्यकता है जो नवाचार को सही दिशा में मार्गदर्शन दे सकें और मानव संसाधन को पूरी तरह से उपयोग में लाकर देश की प्रगति में योगदान दे सकें। SOUL (परम नेतृत्व का स्कूल) की स्थापना को उन्होंने ‘विकसित भारत’ की ओर बढ़ते हुए एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जो आने वाले समय में नेतृत्व की दिशा में एक बड़ा बदलाव ला सकता है।
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