नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सिक्योरिटी में चूक के मामले में पंजाब और पुलिस को लेकर पूर्व आईएएस अफसर एसआर लधर ने सनसनीखेज खुलासा किया है। एक पंजाबी चैनल से बातचीत में उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब पुलिस खुद किसानों को लेकर आई थी।
पंजाब के चर्चित प्रशासनिक अधिकारियों(अब रिटायर्ड IAS) एसआर लधर ने मोदी की रैली को फ्लॉप कराने और उनके काफिले के आगे किसानों को बैठाने के लिए पंजाब सरकार और पुलिस पर साजिश रचने का आरोप लगाया है। लधर ने एक पंजाबी चैनल से कहा-
“मैं एक जिम्मेदार अधिकारी रहा हूं। फिरोजपुर जिले का डीसी रहा हूं। मेरा आई विटनेस(चश्मदीद) है कि पुलिस ने किसानों को खुद लाकर बैठाया। हजारों किसान एंटर कैसे कर गए? पुलिस ने उन्हें डंडे देकर सड़क पर बैठा दिया। वे नारे करते रहे। यह एक वेल प्लांड (सुनियोजित) था।”
”मेरे सामने एक काले रंग की पुलिस की वैन(फॉर्च्यूनर) फ्लैग और डंडे लेकर आई थी। फिर रिवर्स करके गायब हो गई।””पंजाब में भाजपा की रैली फेल करने के लिए पंजाब सरकार जिम्मेदार है।” “पुलिस प्रशासन के जो लोग इसमें शामिल हैं, उनके खिलाफ जांच कराई जानी चाहिए।” “फिरोजपुर-लुधियाना टोल प्लाजा पर खड़ा हूं। यहां से हजारों कारें, सैकड़ों बसें मोदी की रैली से वापस आ रही हैं। मोदी ने किसानों की हमदर्दी बाबात कानून(कृषि कानून) वापस ले लिए।
देशवासियों के लिए वे फीलिंग रखते हैं, कोई सख्ती नहीं बरती। उनकी रैली को जो डिस्टर्ब किया गया, खलल डाला गया, अगर माहौल खराब हो जाता, तो कितने ही लोगों की जान जा सकती थी।”बता दें पूर्व IAS लधर ने दिसंबर में लुधियाना में भाजपा के चुनाव प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखात की मौजूदगी में अपने राजनीति दल का भाजपा में विलय कर लिया था
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी बुधवार सुबह 11.30 बजे बठिंडा एयरबेस पर पहुंचे। यहां खराब मौसम की वजह से 20 मिनट इंतजार किया। उसके बाद वे सड़क के जरिए राष्ट्रीय शहीद स्मारक तक गए। इसमें उन्हें 2 घंटे से ज्यादा का वक्त लगना था। पंजाब के डीजीपी ने भरोसा दिलाया, तब पीएम का काफिला आगे बढ़ा। हुसैनीवाला में शहीद स्मारक के 30 किमी पहले उनका काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा, जहां प्रदर्शनकारियों ने रोड ब्लॉक कर रखी थी। मोदी यहां पर 15-20 मिनट तक फंसे रहे। यह प्रधानमंत्री की सुरक्षा में बड़ी चूक है। यह मामला तूल पकड़ चुका है।
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