नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक यानी पीएनबी स्कैम मामले में पिछले दो साल से फरार चल रहे आरोपी मेहुल चोकसी को भारत वापस लाने के लिए कोशिशें तेज़ हो गई हैं। पोर्ट ऑफ स्पेन में भारत के उच्चायुक्त अरुण कुमार साहू अगले सप्ताह डोमिनिका जा सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वो वहां मेहुल चोकसी के औपचारिक प्रत्यर्पण के लिए डोमिनिका की सरकार के साथ बातचीत शुरू कर सकते हैं। बता दें कि इससे पहले डोमिनिका की सरकार ने चोकसी के गिरफ्तारी की जानकारी अरुण कुमार साहू को ही दी थी।
भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी इस वक्त डेमिनिका में CID की गिरफ्त में है। हालांकि यहां की एक स्थानीय अदालत ने उसके प्रत्यर्पण पर रोक लगा दी है। अब अदालत शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार सुबह नौ बजे मामले की सुनवाई करेगी। इस बीच, डोमिनिका के हाई कोर्ट ऑफ जस्टिस कॉमनवेल्थ में पूर्वी कैरेबियाई सुप्रीम कोर्ट ने डोमिनिका सरकार को मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण से रोक दिया है. पुलिस से उसे अपने वकील से मिलने की अनुमति देने के लिए कहा है। मामले की सुनवाई अब 28 मई को होगी।
हालांकि मेहुल चोकसी के वकील वेन मार्श ने आरोप लगाया है कि उन्हें उनके मुवक्किल से मिलने नहीं दिया गया। उन्होंने कहा, ‘हमें 27 मई, 2021 को अपने मुवक्किल से मिलने से मना कर दिया गया। लगभग 7:30 बजे मुझे आखिरकार उससे बात करने की अनुमति दी गई। हमने देखा कि उसे बुरी तरह पीटा गया था, उसकी आंखें सूज गई थीं, और उसके शरीर पर कई जले हुए निशान थे। उसने मुझे बताया कि एंटीगा में जॉली हार्बर में उसका अपहरण कर लिया गया. इसके बाद एक 60-70 फीट की नाव के जरिए उसे एंटीगा से डोमिनिका लाया गयां
केंद्र सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने को बताया कि मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी के बाद भारत-डोमिनिका और एंटीगा में दोनों सरकारों के संपर्क में है। एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, ‘चोकसी को वापस लाने के लिए भारत की दिलचस्पी पहले की तरह मजबूत है। हमें देखना होगा कि हम उसे कितनी तेजी से वापस ला सकते हैं। इस मामले में नोडल एजेंसियों के रूप में सीबीआई और ईडी स्थिति पर बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। भारत और डोमिनिका के बीच बातचीत जारी है।
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