सिटी रिपोर्टर
यूनिक समय, मथुरा। तीन दिन के साप्ताहिक बंदी के पहले दिन आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर शहर के सभी बाजारों में पसरा सन्नाटा पसरा रहा। कानून का उल्लघंन कर घरों के बाहर निकलने वालों को पुलिस ने कही डंडा दिखाया तो कही कोरोना संक्रमण से बचने के लिए पाठ पढ़ाकर घरों को लौटाया। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि 90 प्रतिशत लोग जीवन बचाने के लिए घरों में कैद रहे।
गौरतलब है कि कोरोनो की दूसरी लहर में लोगों की जिंदगी बचाने के लिए यूपी सरकार ने शुक्रवार की रात्रि 8 बजे से मंगलवार की सुबह 7 बजे तक साप्ताहिक बंदी का ऐलान किया है।
जिले भर में आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर सभी तरह के प्रतिष्ठानों पर ताले पड़ गए।
इस कारण मथुरा शहर, वृंदावन, कोसीकलां, गोवर्धन, फरह, सौंख, बरसाना, नंदगांव, छाता, मांट, नौहझील, सुरीर, राया, गोकुल, महावन, बलदेव एवं चौमुहां आदि इलाकों के बाजारों में सन्नाटा पसरा नजर आया। हालांकि कई दुकानदारों को रिस्क लेकर चोरी छिपे सामान बेचते देखा गया।
कई जगह पुलिस ने बेवजह सड़कों पर गाडियों से फर्राटा भर रहे नौजवानों को रोकर चालान काटे, वहीं मास्क न लगाने पर उसने जुर्माना भी वसूला। सुबह-सुबह जलेबी, कचौड़ी, बेढ़ई का नाश्ता करने वाले परेशान नजर आए।
हालांकि चोरी छिपे उनको कई इलाकों में नाश्ता मिल गया।
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