
यूनिक समय, नई दिल्ली। ईसाई समुदाय के सर्वोच्च धार्मिक गुरु पोप फ्रांसिस का निधन हो गया है। वह 88 वर्ष के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। हाल ही में पोप फ्रांसिस को रोम के जेमेली अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उन्हें फेफड़ों में संक्रमण और गुर्दे की समस्याओं का सामना करना पड़ा। इससे पहले, 2021 में भी उनको इसी अस्पताल में भर्ती होना पड़ा था।
वेटिकन द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि पोप फ्रांसिस का निधन 21 अप्रैल, 2025 को ईस्टर सोमवार के दिन वेटिकन के कासा सांता मार्टा स्थित उनके निवास में हुआ।
पोप फ्रांसिस को उनकी सादगी, दयालुता और गरीबों के प्रति उनकी गहरी सहानुभूति के लिए जाना जाता था। वह हमेशा सामाजिक न्याय, पर्यावरण संरक्षण, शरणार्थियों के अधिकारों और धार्मिक सहिष्णुता के मुद्दों पर सक्रिय रूप से बात करते थे। इसके अलावा, उन्होंने चर्च में पारदर्शिता और सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए थे। उनका मानना था कि चर्च को केवल परंपरा का पालन नहीं करना चाहिए, बल्कि उसे समय के साथ समाज की जरूरतों को समझते हुए आगे बढ़ना चाहिए।
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