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बर्मिंघम। हफ्ते की शुरुआत पॉजिटिव बातों से की जानी चाहिए, जिससे पूरा हफ्ता अच्छा बीते। ऐसे में हम एक ऐसी लड़की की कहानी बताते हैं, जिसका सबकुछ बर्बाद हो गया, लेकिन अब भी जिंदगी को लेकर पॉजिटिव अप्रोच है। उस लड़की ने जिस शख्स पर सबसे ज्यादा भरोसा किया, उसने ही उसे पुल से नीचे फेंक दिया। लड़की की रीढ़ की हड्डी टूट गई। डॉक्टर ने जवाब दे दिया कि अब तुम कभी चल भी नहीं सकती है, फिर भी उस लड़की का अब भी यही कहना है कि मेरे साथ इतना सब कुछ हुआ, लेकिन इन सबसे मैं एक बेहतर इंसान बन गई। जिंदगी को जीने और समझने की एक नई सोच मिली है। जानें जिसपर भरोसा किया, उसी दोस्त ने पुल से नीचे क्यों फेंक दिया…?
उम्र बहुत ज्यादा नहीं है। सिर्फ 20 साल। लड़की का नाम एमिली हॉलिडे है। सितंबर 2018 में उसके एक दोस्त ने उसे धोखे से 25 फीट पुल से नीचे फेक दिया। रात का वक्त था। दोनों साथ में थे। तभी अचानक दोस्त ने अपना क्रूर रूप दिखाया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उसने बदले की भावना से ऐसा किया था।
एमिली को धोखा देने वाला दोस्त उससे छोटा था। कानूनी कारणों से उसना नाम नहीं बताया जा सकता है। लेकिन हां। उसकी उम्र 17 साल की थी। वह एमिली के लिए अपने दिल में नफरत पाले हुए था। एमिली पर अपने तत्कालीन प्रेमी को धोखा देने का आरोप लगा रहा था। इसके बाद जब उसे मौका मिला तो उसने अपना गुस्सा भी निकाल लिया।
जैसे ही 17 साल का दोस्त एमिली के साथ पुल के ऊपर पहुंचा। इसके बाद उसे अचानक उठा लिया और पुल से नीचे फेंक दिया। डरी हुई लड़की 25 फीट नीचे जमीन पर जा गिरी। इसके बाद लुढ़कते हुए नहर में जा गिरी। एमिली का कहना है कि ये हादसा उसकी जिंदगी में कभी न भूलने वाला है। इसके उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई। उसे इतना ज्यादा दर्द हुआ कि कई बार बेहोश तक हो गई।
यहीं से 20 साल की एमिली के लिए जिंदगी में नया संघर्ष शुरू हो गया। हादसे के बाद उसे वेस्ट मिडलैंड्स के बर्मिंघम हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसे डॉक्टर ने जो बताया, वह और भी ज्यादा डराने वाला था। उसकी रीढ़ की हड्डी को टूट गई थी। वह फिर कभी भी चल नहीं सकेगी। इतनी ऊंचाई से गिरने की वजह से वह छाती से नीचे की ओर पूरी तरह से लकवाग्रस्त हो गई।
एमिली कहती हैं कि मुझे याद है कि जिस वक्त उसने मुझे फेंका, उस वक्त गिरने की आवाज मैंने अपने कानों से सुनी थी। कुछ सेकंड के बाद सबकुछ सुन्न पड़ गया। कुछ भी महसूस नहीं हो रहा था। जब हॉस्पिटल में मुझे होश आया तो पता चला कि मैं अब कभी भी चल नहीं पाऊंगी। वहीं दूसरी तरफ नाबालिग ने अपना आरोपी कबूल कर लिया। उसे दो साल के बाल सुधार गृह में भेज दिया गया।
एमिली कहती है कि मैं निराश थी। लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह सही है कि उसने मेरी जिंदगी पूरी तरह से बदल दी है। मैंने अपना सब कुछ खो दिया। मेरे पास अब कोई सामाजिक जीवन नहीं है। लेकिन मैं बहुत भाग्यशाली महसूस करती हूं। मुझे जीवन में दूसरा मौका मिला है। अभी भी दर्द होता है, लेकिन भविष्य की ओर देख रही है और पॉजिटिव बनी हुई है। एमिली ने अपनी कहानी शेयर करने और दूसरों को प्रेरित करने के लिए टिकटॉक का सहारा लिया। उनके वीडियो को 3.5 मिलियन बार देखा।
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