
यूनिक समय, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में अपनी होने वाली सास के साथ भागकर शादी करने वाले दामाद राहुल ने वापस आकर अपनी पुरानी प्रेम कहानी के बारे में खुलकर बात की। मीडिया से बात करते हुए राहुल ने कहा कि यह गलत है कि वह तीन महिलाओं के साथ भाग चुका है। उसने बताया कि अनीता देवी से पहले हरदोई की एक महिला थी। उसके साथ वह भाग चुका था।
राहुल ने बताया कि अनीता के घर वाले उसे बहुत परेशान करते थे। अगर मैं अनीता के साथ नहीं जाता तो वह कुछ भी कर सकती थी। उसने मुझे साथ चलने को कहा तो मैं चला गया। वैसे मैं अपनी शादी के लिए शेरवानी खरीदने बाहर गया था। तभी अनीता का फोन आया और हम अलीगढ़ से चले गए।
अनीता देवी के पति जितेंद्र ने कहा कि मैं अपनी पत्नी को तलाक नहीं देना चाहता, क्योंकि मेरे छोटे-छोटे बच्चे हैं। मैं चाहता हूं कि मेरा घर फिर से बस जाए। बच्चे मां के बिना बहुत परेशान हैं। मैं अकेले ही उनका पालन-पोषण कर रहा हूं, लेकिन स्थिति बहुत कठिन है। जितेंद्र ने एक बार फिर कहा कि जाते समय उसकी पत्नी 15 लाख रुपये की नकदी भी साथ ले गई है। 3.5 लाख रुपये, 5.5 लाख रुपये के जेवर और 1 लाख रुपये के सिक्के। वह ये सब वापस चाहता है।
जितेंद्र ने राहुल पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि यह लड़का पहले भी ऐसी वारदातें कर चुका है। वह महिलाओं को फोन पर बहलाता है, मीठी-मीठी बातें करता है और फिर उन्हें अपने पास बुलाकर उनके पैसे और जेवर ले लेता है। बाद में उन महिलाओं को अकेला छोड़ देता है।
जितेंद्र ने कहा, मैं मानता हूं कि उन दोनों ने गलत किया है और उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन फिर भी मैं अपनी पत्नी को एक मौका देना चाहता हूं। पहले हम अपने परिवार के साथ बैठकर बात करेंगे, फिर फैसला लेंगे। मैं तलाक नहीं लूंगा, क्योंकि मेरे बच्चों को मां की जरूरत है।
अनीता देवी ने कहा कि वह अब अपने पति जितेंद्र के साथ नहीं रह सकती, क्योंकि वह सालों से उसके साथ मारपीट कर रहा है। अनिता देवी ने पुलिस को साफ तौर पर बताया कि उस पर लगाए गए आरोप कि वह पैसे लेकर भाग गई है, सब झूठे हैं। उसने कहा कि मैं घर से सिर्फ 200 रुपये और मोबाइल लेकर निकली थी। मेरे पास ढंग के कपड़े भी नहीं थे। राहुल ही सिर्फ मेरा सहारा था।
अनीता देवी कहती हैं कि उनके पति जितेंद्र उन्हें महीने में सिर्फ़ 1500 रुपए देते थे और रोज़ाना उसका हिसाब लेते थे। अगर थोड़ा ज़्यादा खर्च हो जाता तो ताने, गाली-गलौज और मारपीट लाज़िमी थी। शादी के इतने साल गुज़ारे, लेकिन कभी प्यार नहीं मिला। सिर्फ़ अपमान, मारपीट और ताने। रोते हुए अनीता कहती हैं, सबकी बर्दाश्त करने की एक सीमा होती है, मैं अपनी सीमा तक पहुँच गई थी।
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