
नई दिल्ली। 1971 में पाकिस्तान पर भारत की जीत को याद करने के लिए हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर सारा देश शहीदों और बहादुर भारतीय सैनिकों को याद कर रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक tweet करके भारत की जीत का पूरा श्रेय अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ) को देने के बाद सोशल मीडिया पर आलोचना का सामना कर रहे हैं। राहुल ने एक tweet किया है। इसमें उन्होंने लिखा-971 के युद्ध के शहीदों और दिग्गजों को याद करते हुए। भारत ने पूर्व पीएम श्रीमती इंदिरा गांधीजी के कुशल नेतृत्व में लोकतंत्र को बचाने के लिए युद्ध जीता था। जय हिंद।
राहुल गांधी के tweet पर आईं प्रतिक्रियाएं
राहुल गांधी के tweet पर लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं आई हैं। कुछ प्रतिक्रियाएं संपादित करके प्रकाशित किया जा रहा है…
Remembering the martyrs and veterans of the 1971 war. India won the war to save the idea of democracy under the able leadership of Former PM Smt. Indira Gandhi ji.
Jai Hind!#VijayDiwas2021
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2021
#93000 बंदी तो छोड़ दिए, लेकिन पाकिस्तान द्वारा बंदी बनाए गए 50 सैनिकों को मरने के लिए छोड़ दिया गया। यह युद्ध भारत अपने जांबाज सैनिकों की बहादुरी से जीता है न की इंदिरा गांधी की लीडरशिप से।
#This Man made it possible(इस आदमी ने यह संभव बनाया)…दरअसल, कई यूजर्स ने फील्ड मार्शल सैम मानेकशां को जिक्र करते हुए उन्हें असली हीरो बताया। मानेशां 1971 में भारतीय सेनाध्यक्ष थे।
#पाकिस्तान के बंटवारे का श्रेय इंद्राजी, को जाता है, तो भारत के बंटवारे का श्रेय नेहरूजी, को क्यों नहीं ? ये दोहरी और दोगली मानसिकता क्यों ?
Remembering the martyrs and veterans of the 1971 war. India won the war to save the idea of democracy under the able leadership of Former PM Smt. Indira Gandhi ji.
Jai Hind!#VijayDiwas2021
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2021
#जब कहा जाता है कि पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक, डोकलाम और गालवान संघर्ष के दौरान PLA(चीनी सेना) के खिलाफ जीत मोदी के करिश्माई नेतृत्व के परिणाम थे, तो आप लाल क्यों हो जाते हैं? अगर इंदिरा गांधी ने लोकतंत्र की रक्षा की, तो यह साथी यहां क्या कर रहा है? नौटंकी बंद करो!
#इंदिरा जी ने भारतीय सेना के शौर्य से जीता हुआ युद्ध हरा दिया था! न सिर्फ बंदी सैनिकों को छोड़ा, बल्कि युद्ध में जीता हुआ सारा प्रदेश भी वापस कर दिया। इतना ही नहीं, भारतीय बंदी सैनिकों को छुड़ाने की कोई बात नही की! हमारे सैनिको ने पाक जेलों में आखरी सांस ली!
#इंदिरा जी ने सेना की मदद से बांग्लादेश को अलग किया और वर्तमान कांग्रेस नेताओं ने उन पाक जनरलों को गले लगाया। उनके साथ व्यापार करना चाहते हैं, जो अभी भी खून का खेल खेल रहे हैं और आतंकवाद फैला रहे हैं।
#1971 युद्ध के 50 से ज्यादा भारतीय सैनिक आज भी लापता हैं। जिंदा है या नहीं कोई खबर नहीं।
#1971 के युद्ध से भारत को जो कुछ भी हासिल हुआ था, उसे शिमला समझौता करके इंदिरा जी ने बर्बाद कर दिया। भारतीय सैनिकों की शहादत को व्यर्थ कर दिया था।
#इंदिरा ने जीती हुई जमीन, पकड़े हुए 93000 पाक सैनिक सब छोड़ दिए। भारत के सैनिकों को नहीं छुड़ाया। ऊपर से 1 करोड़ रिफ्यूजी को देश में वोट बैंक बनाकर एंट्री करा दी।
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