नई दिल्ली। अंतरिक्ष की दुनिया में दिलचस्पी लेने वालों के लिए अच्छी खबर है। 14 जुलाई से भारत के आसमान में सी/2020 एफ3 नामक इस अनोखे धूमकेतू या पुच्छल तारे (Comet) को 20 दिनों तक रोज देखा जा सकेगा। 14 जुलाई से हर रोज इस धूमकेतू को 20 मिनट तक लोग देख सकेंगे। इस अनाखे धूमकेतू को NEOWISE नाम भी दिया गया है।
Last night’s fireworks, for real. Because Science. #NEOWISE #comet pic.twitter.com/IKcJ1wLFAl
— Bob Behnken (@AstroBehnken) July 5, 2020
ओडिशा तारामंडल के उप निदेशक डॉ. सुभेंदू पटनायक ने बताया कि नासा के नियर अर्थ वाइड-फील्ड इन्फ्रारेड सर्वे एक्सप्लोरर (NEOWISE) टेलीस्कोप द्वारा मार्च में इस धूमकेतू को खोजा गया था। ऐसा अनुमान है कि यह धूमकेतू 22-23 जुलाई को पृथ्वी के सबसे करीब होगा। हालांकि यह अगले सप्ताह की शुरुआत में उत्तर-पश्चिमी आसमान में दिखाई देगा।
Komet Neowise, aufgenommen in Salem
????????☄️???????? pic.twitter.com/jWQwRpKY2C— J.S. (@JS85951929) July 12, 2020
पटनायक के अनुसार 14 जुलाई से NEOWISE धूमकेतू उत्तर पश्चिमी आसमान में साफतौर पर दिखाई देगा। यह अगले 20 दिनों तक सूर्यास्त के बाद 20 मिनट तक रोजाना दिखेगा। लोग इसे नंगी आंखों से भी देख सकेंगे। उनके अनुसार 14 जुलाई को यह धूमकेतू उत्तर पश्चिमी आसमान में निचली ओर दिखेगा। हर रोज शाम को यह आसमान में ऊपर की ओर जाएगा। फिर इसके बाद इसे लंबे समय तक देखा जा सकेगा।
पटनायक ने बताया कि अगस्त से यह धूमकेतू धीरे धीरे दिखना बंद हो जाएगा। टेलीस्कोप और दूरबीन के जरिये इसे जुलाई में साफ देखा जा सकेगा। NEOWISE मौजूदा समय में पृथ्वी से लगभग 20 करोड़ किलोमीटर दूर अंतरिक्ष में है। 22 जुलाई को यह हमारे ग्रह के सबसे करीब आएगा। तब इसकी दूरी पृथ्वी 10.3 करोड़ किलोमीटर की होगी।
इस हफ्ते की शुरुआत में नासा के अंतरिक्ष यात्री बॉब बेहेनकेन ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) से धूमकेतु की तस्वीरें लीं और उन्हें ट्विटर पर शेयर किया। लेबनान, इजराइल, ऑस्ट्रिया, स्विटजरलैंड और फ्रांस जैसे देशों में कई लोग धूमकेतु का पता लगाने में कामयाब रहे हैं।
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