मुंबई। कई दिनों से देश में सोशल मीडिया पर सरकारी और कॉपरेटिव बैंकों को लेकर कई तरह के मैसेज और बातें खूब चर्चा में है। इसीलिए इसको लेकर ने साफ कहा है कि ये सिर्फ अफवाह है। देश के किसी भी हिस्से में कोई भी बैंक बंद नहीं होने जा रहा है। इन अफवाहों पर ग्राहकों को ध्यान नहीं देना चाहिए. उनके पैसे बैंक खातों में पूरी तरह से सुरक्षित हैं। आपको बता दें कि पिछले हफ्ते भी RBI ने बयान जारी कर लोगों को अफवाहों से दूर रहने की सलाह दी थी।
RBI ने कहा- RBI ने ट्विटर हैंडल के जरिए बयान जारी कर कहा है कि सहकारी बैंकों सहित कुछ बैंकों के बारे में कुछ स्थानों पर अफवाहें हैं, जिससे जमाकर्ताओं में चिंता है. RBI आम जनता को आश्वस्त करना चाहेगा कि भारतीय बैंकिंग प्रणाली सुरक्षित और स्थिर है और इस तरह की अफवाहों के आधार पर घबराने की जरूरत नहीं है.
पिछले हफ्ते वित्त सचिव, राजीव कुमार ने भी अपने ट्विटर हैंडल के जरिए एक तस्वीर दिखाते हुए बताया था कि इसमें में दिखाई जा रही है सभी बातें झूठी हैं. ये पूरी तरह से अफवाह है.
सरकार किसी भी बैंक को बंद नहीं करने जा रही है. न ही इसका सवाल उठता है. सरकार बैंकों में रिफॉर्म कर और इनमें पैसा डालकर ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधाओं का इंतजाम कर रही है.
आपको बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल में 10 सरकारी बैंकों के महाविलय प्लान की घोषणा की थी.
जिसके बाद देश में सरकारी बैंकों की संख्या मौजूदा 27 से घटकर 12 रह जाएगी. इसके अलावा देश के बैंकिंग सेक्टर को लेकर लगातार निगेटिव खबरें आ रही है.
पहली खबर पंजाब एंड महाराष्ट्र कोपरेटिव बैंक पर RBI की ओर से लगे प्रतिबंध को लेकर आई थी. इसके बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने लक्ष्मी विलास बैंक पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उसे Prompt Corrective Action (PCA) में डाल दिया है. इससे अब बैंक पर नया कर्ज देने और नई ब्रांच खोलने पर पाबंदी लग गई है.
मौजूदा समय में PCA के तहत आने वाले बैंक United Bank of India, Indian Overseas Bank, Central Bank of India, IDBI Bank और UCO बैंक हैं. RBI किसी भी बैंक को PCA के फ्रेमवर्क में तब डालता है जब बैंक का NPA बढ़ जाता है या फिर उसकी इनकम नहीं बढ़ रही है.
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