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नई दिल्ली। जुलाई के महीने में हर साल जहां मानसून देशभर में दस्तक दे देता है, वहीं इस बार दिल्ली की गर्मी ने दो दिन पहले ही 90 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। यूरोप के मीडिया समूह द इकोनॉमिस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2041 तक भारत में जानलेवा गर्मी पड़नी शुरू हो जाएगी। रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली (Delhi) का तापमान 49.3 डिग्री तक पहुंच जाएगा जबकि चेन्नई (chennai) में लू के कारण 17,642 लोगों की मौत होगी।
यूरोप के मीडिया समूह द इकोनॉमिस्ट हर साल तापमान से जुड़ी एक रिपोर्ट जारी करती है। इस रिपोर्ट में साल भर पृथ्वी पर हुए बदलावों को ध्यान में रखकर तापमान का आंकलन किया जाता है। इसके साथ ही रिपोर्ट में ऐतिहासिक तथ्यों, वर्तमान अनुमानों और विज्ञान को भी ध्यान में रखा जाता है। रिपोर्ट में इस बात के संकेत दिए गए हैं कि साल 2041 तक दक्षिण भारत सबसे ज्यादा गर्म होगा। गर्मी का असर सबसे ज्यादा चेन्नई में देखने को मिलेगा।
रिपोर्ट के मुताबिक चेन्नई में इस कदर लू पड़ेगी कि लोग बीमार होना शुरू हो जाएंगे और अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ जाएगी। चेन्नई की असली समस्या नमी होगी। ओक रिज नेशनल लेबोरेटरी टेनेसी के भौतिकशास्त्री मोतसिम अशफाक कहते हैं, 32 डिग्री का वेट बल्ब तापमान किसी मानव शरीर के लिए किसी खतरे से कम नहीं है। बहुत कम लोग हैं जो 35 डिग्री वेट बल्ब तापमान में जीवित रह पाते हैं. चेन्नई में पिछले दस साल से वेट बल्ब टेम्परेचर 32 डिग्री से अधिक है।
2015 में गर्मी से 585 लोगों की हो गई थी मौत
हैदराबाद का तापमान पिछले 26 सालों से लगातार बढ़ रहा है। तेजी से बढ़ती गर्मी को देखते हुए उसे कम करने के प्रयासों पर भी जोर दिया जा रहा है। बता दें कि साल 2015 में शहर और नजदीक के इलाकों में गर्मी और लू के चलते 585 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से सरकार ने यहां पर बढ़ते तापमान को रोकने के प्रयास शुरू किए थे।
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