नई दिल्ली। झारखंड में करीब महीनेभर चले चुनावी संग्राम के बाद अब नतीजे धीरे-धीरे साफ होते जा रहे हैं। अब तक सामने आए चुनाव नतीजों पर गौर करें तो कहीं न कहीं सत्ताधारी बीजेपी प्रदेश में न केवल पिछड़ती जा रही है, बल्कि सरकार बनाने की रेस से भी बाहर नजर आ रही है। वहीं बात करें दूसरे धड़े की तो जेएमएम-कांग्रेस और आरजेडी गठबंधन प्रदेश में शानदार प्रदर्शन करते हुए, बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है। अब तक के आंकड़ों में महागठबंधन बहुमत का आंकड़ा पार कर चुका है, यही नहीं ये भी तय माना जा रहा कि वो सरकार बनाने जा रहे हैं। वहीं जिस तरह से बीजेपी के हाथ से झारखंड की सत्ता निकली है, उससे ये साफ नजर आ रहा कि कहीं न कहीं केंद्र में सत्ता संभाल भाजपा के हाथ से राज्यों के शासन लगातार छिटक रहे हैं। देश के नक्शे पर गौर करें तो एक और राज्य से भगवा रंग उतरता दिख रहा है।
झारखंड में करारी हार की ओर बीजेपी
झारखंड की कुल 81 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में अब तक सामने आए आंकड़ों पर गौर करें तो सत्ताधारी भारजीय जनता पार्टी (बीजेपी) को 29 सीटें आती दिख रही हैं। बीजेपी सबसे बड़ी बन रही है लेकिन सत्ता से दूर नजर आ रही है। वहीं दूसरी ओर जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी महागठबंधन को 42 सीटों पर बढ़त दिख रही है। ऐसे में ये तय माना जा रहा है कि महागठबंधन प्रदेश में सरकार बनाएगी। इसी के साथ झारखंड की सत्ता से बीजेपी का बेदखल होना कहीं न कहीं पार्टी के लिए तगड़ा झटका है, एक और राज्य से बीजेपी सत्ता से बेदखल हो रही है।
झारखंड में जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी सबसे बड़ा गठबंधन
आखिर ये पार्टी कैसे राज्यों में सत्ता से बाहर हो रही इसको लेकर बीजेपी शासित राज्यों के तुलनात्मक नक्शे शेयर किए जा रहे हैं। बात करें 2019 में हुए विधानसभा चुनाव की तो केवल झारखंड ही नहीं, बीजेपी को इससे पहले महाराष्ट्र में भी सत्ता से बाहर होना पड़ा है। झारखंड की तरह ही महाराष्ट्र में भी बीजेपी जरूर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी लेकिन चुनाव के बाद हुए राजनीतिक घमासान के बाद वहां बीजेपी को सत्ता से बाहर होना पड़ा था। प्रदेश में शिवसेना-एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनी।
झारखंड से पहले महाराष्ट्र में सत्ता से बाहर हुई बीजेपी
अगर हम पिछले करीब दो साल की स्थिति पर नजर डालें तो देश के कई राज्य बीजेपी के हाथ से निकल चुके हैं। इससे पहले साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान पंजाब की सत्ता से बीजेपी बाहर हो गई थी। पंजाब में बीजेपी एनडीए की सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के साथ मिलकर सत्ता में थी। इसके बाद साल 2018 में हुए राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में पार्टी करारी शिकस्त मिली। ये तीनों ही राज्य भी बीजेपी से छिटक गए। तीनों ही जगह पर पार्टी को अपनी सरकार गंवानी पड़ी।
2017 से 2019 के बीच राज्यों से कैसे उतरा भगवा रंग
इसके अलावा बीजेपी की जम्मू-कश्मीर में भी पीडीपी के साथ सरकार थी लेकिन वहां भी गठबंधन टूटने के साथ हालात बदल गए। करीब दो साल में पार्टी को 5 राज्यों पंजाब, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, और जम्मू-कश्मीर की सत्ता से बाहर होना पड़ा। इसके बाद पार्टी को महाराष्ट्र में सत्ता वापसी की उम्मीदें थीं लेकिन जिस तरह से चुनाव के बाद समीकरण बदले और शिवसेना ने अलग रुख अपनाया उससे पार्टी की रणनीति बिल्कुल फेल हो गई। महाराष्ट्र में शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन की सरकार बनी और उद्धव ठाकरे प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
राज्यों में लगातार सिकुड़ रही बीजेपी
पहले महाराष्ट्र और अब झारखंड से भी भगवा रंग उतर गया है। यहां से बीजेपी के सत्ता से बाहर होने की संभावनाओं के बाद बीजेपी शासित राज्यों के तुलनात्मक नक्शे सोशल मीडिया पर शेयर किए जा रहे हैं। इन नक्शों पर गौर करें तो ये तस्वीर दिसंबर 2017 की है, वहीं दूसरी तस्वीर नवंबर 2019 की है। इन दोनों नक्शों से पता चलता है कि बीजेपी को हाल के वर्षों में प्रदेश की सियासत में काफी नुकसान हुआ है।
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